CG News: छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली बनी मौत का कारण, दो हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है
छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में पिछले कुछ वर्षों से आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और यह चिंता का गंभीर विषय बनता जा रहा है। अकेले पिछले कुछ सालों में राज्य में 2,000 से अधिक लोगों की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हो चुकी है।
CG News: छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में पिछले कुछ वर्षों से आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और यह चिंता का गंभीर विषय बनता जा रहा है। अकेले पिछले कुछ सालों में राज्य में 2,000 से अधिक लोगों की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हो चुकी है। इसके साथ ही हजारों मवेशियों की भी जान चली गई है, जिससे किसानों और ग्रामीणों को दोहरी मार झेलनी पड़ी है।
ग्रामीण इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित
राज्य के बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा, बस्तर और कोरबा जैसे जिलों में बिजली गिरने की घटनाएं आम होती जा रही हैं। खासकर बरसात के मौसम में जब लोग खेतों में काम कर रहे होते हैं, तब अचानक गिरी बिजली जानलेवा साबित होती है। अधिकतर मौतें खेतों, जंगलों और खुले मैदानों में हुई हैं, जहां लोग पेड़ों के नीचे या बिना किसी सुरक्षा के खड़े रहते हैं।
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सरकारी राहत अपर्याप्त
हालांकि राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवज़ा देने की घोषणा की जाती है, लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि अधिकांश पीड़ित परिवारों को या तो राहत देर से मिलती है या फिर कागजी कार्यवाही में ही अटक जाती है। इसके अलावा, ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और सुरक्षा उपायों की भारी कमी है, जिससे स्थिति और भी खराब हो रही है।
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क्या कहती हैं मौसम संबंधी एजेंसियां?
मौसम विज्ञान केंद्रों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन और वातावरण में बढ़ती अस्थिरता के कारण आकाशीय बिजली की तीव्रता में वृद्धि हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ वर्षों में यह खतरा और भी बढ़ सकता है यदि समय रहते सतर्कता, जागरूकता और तकनीकी उपाय नहीं अपनाए गए।
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बिजली से बचने के उपाय क्या हैं?
सरकार और मौसम विभाग की ओर से कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन्हें अपनाकर जानमाल की हानि को रोका जा सकता है:
बिजली चमकते समय पेड़ों या खुले मैदान में खड़े न हों।
मोबाइल फोन, धातु की चीजें, या छाता का उपयोग न करें।
बिजली गिरने की चेतावनी मिलने पर सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
‘दामिनी ऐप’ जैसे मोबाइल एप्स से बिजली गिरने की चेतावनी समय से मिल सकती है।
आकाशीय बिजली एक प्राकृतिक आपदा है, लेकिन सावधानी और सही जानकारी के साथ इससे बचा जा सकता है। छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में जहां बड़ी संख्या में लोग खेती और जंगलों पर निर्भर हैं, वहां इस विषय पर विशेष जागरूकता अभियान और तकनीकी उपायों की सख्त जरूरत है। सरकार को चाहिए कि वह स्थायी समाधान, त्वरित मुआवजा और ग्रामीण इलाकों में रियल टाइम चेतावनी प्रणाली लागू करे ताकि भविष्य में इस तरह की जानलेवा घटनाएं कम की जा सकें।
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