LokSabha Election Battle: बस्तर में पीएम मोदी ने किया कांग्रेस पर हमला तो शहडोल में राहुल ने पीएम मोदी को घेरा
LokSabha Election Battle: लोकसभा चुनाव की दुदुम्भी आज छतीसगढ़ से लेकर एमपी के शहडोल में खूब बजी। बस्तर में आदिवासियों को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया तो शहडोल में राहुल गाँधी ने बीजेपी पर जैम कर वार किया। बता दें कि बास्टर में प्रधानमंत्री आदिवासी वोट को पाने पाले में करने के लिए पहुंचे थे तो एमपी के शहडोल में राहुल गाँधी भी आदिवासी वोट को ही अपने पाले में करने पहुंचे थे। बास्टर में पीएम मोदी ने कहा कांग्रेस के शाही परिवार ने राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार किया।
देश की जनता उसे सबक सीखा देगी। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के जिन नेताओं ने पार्टी के इस कदम को गलत बताया कांग्रेस ने उसे पार्टी से बाहर कर दिया। इससे साफ़ है कि कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। मोदी यही नहीं रुके। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की चाप है। आज भी कांग्रेस को जनता की जरूरतों से कोई लेना देना नहीं है।
हर गारंटी को बीजेपी की जमीन पर लागू कर रही है।
पीएम मोदी ने कहा जब कांग्रेस की सरकार थी तो इन्होने सिर्फ देश को लुटा। मैंने जब भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की तो कोंग्रेसी लोग मेरा सिर फोड़ने की बात करते हैं। पर मोदी रुकने वाला नहीं है। मैं सब पर कार्रवाई करूँगा। यह मोदी आराम के लिए बल्कि देश के लिए काम करने के लिए बना है।
उधर एमपी के शहडोल पहुंचे राहुल गाँधी भी पुरे रंग में थे। उन्होंने भी बीजेपी पर खूब हमला किया। उन्होंने कहा कि एमपी में बीजेपी के नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं। राहुल ने यहाँ की महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो हर महिलाओं के खाते में एक लाख रुपये डालेगी।
एमपी के आदिवासी सीटों पर कांग्रेस की इस बार नजर है। पार्टी मान कर चल रही है कि अगर आदिवासी सीटों को साध लिया गया तो एमपी में बीजेपी की हालत ख़राब हो सकती है। माना जा रहा है कि राहुल की इस सभा का असर मध्य प्रदेश के सभी आदिवासी सीटों के साथ ही आम सीटों पर भी असर पड़ सकता है।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की अधिकतर सीटें बीजेपी जीतती रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में जहाँ एमपी की 29 सीटों में 28 सीटों पर बीजेपी की जीत हुई थी जबकि छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में से 9 सीटें बीजेपी के पास गई है। इस बार के परिणाम क्या होंगे यह देखने वाला है लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के बीच एमपी और छत्तीसगढ़ बड़ा चुनावी मैदान बना हुआ है। बीजेपी की अगर पुराने परिणाम को फिर पाने में सफल हो जाती है तो बीजेपी की बढ़त निश्चित है और अगर इन दो राज्यों में कुछ सीटें भी कांग्रेस पा लेती है तो बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है। अगर इस चुनाव में कांग्रेस का परफॉर्मेंस सही नहीं होता है तो इस बात की बड़ी सम्भावना है कि पार्टी इन राज्यों में काफी कमजोर हो जाएगी। टूट भी सकती है।