नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक बड़ी ही दिलचस्प और अजीबोगरीब प्रेम कहानी सामने आयी है। एक प्रेमी जोड़े का चार साल तक लव अफेयर चला। परिजनों की सहमित से वे लव मैरिज करने में भी कामयाब रही, लेकिन सुहाग रात में दुल्हन ने ऐसी शर्त रखी, जिससे मनपसंद लडकी से शादी होने की दुल्हे की खुशियां हमेशा-हमेशा के लिए अफ़सोस में बदल गयीं।
दरअसल मुरादाबाद में करीब चार-साढे साल पहले एक 22 युवक की एक 19 वर्षीया युवती से एक कार्यक्रम में मुलाकात हुई। औपचारिक जान पहचान के लिए उनमें बातचीत हुई तो जल्द ही वे एक-दूसरे से घुलमिल गये और उन्होने एक दूसरे का फोन नंबर आदान प्रदान कर लिया। इसके बाद फोन पर बातों का सिलसिला शुरु हुआ, जो बाद में प्रेम में बदल गया। उन दोनों का चार साल तक प्रेम प्रसंग चलता रहा और इसके बाद दोनो ने शादी करने का फैसला किया।
इस प्रेमी युगल ने अपने-अपने घर वालों से बात की तो वे उनकी शादी के लिए तैयार न थे। युवती ने अपनी भाभी और मां से कहा कि यदि उसकी प्रेमी के साथ शादी न हुई तो वह अपनी जान दे देगी। हालांकि लड़के के मां-बाप ने शुरु में नानुकर की थी, लेकिन बाद में वे बेटे खुशी के लिए उसकी प्रेमिका से शादी कराने को सहमत हो गये थे।
युवती की ज़िद और जान देने की धमकी के कारण आखिर प्रेमिका के घर वाले भी उसकी शादी के लिए तैयार हो गयेऔर इस प्रेमी युगल को दोनों परिवारों की सहमित से वे विवाह(लव मैरिज) भी हो गया, लेकिन शादी के कुछ घंटों बाद ही दुल्हन ने एक ऐसी शर्त रख दी, जिससे दुल्हे सहित दोनों परिवार की खुशियां ज्यादा देर तक नहीं टिक सकीं। सुहाग रात पर दुल्हन ने अपने पति से कहा कि वह उससे शारारिक संबंध नहीं बनाएगी, क्योंकि उसे सेक्स करने से डर लगता है और न ही उसे सेक्स में रुचि हैं। इसलिए वह (पति) जीवन में कभी भी उसके साथ सेक्स करने की उम्मीद न रखे।
दुल्हन की उस अप्रत्याशित शर्त से दुल्हे के होश उड़ गये। फिर भी उसने धैर्य से काम लेते हुए पत्नी की हां में हां मिला दी। उसे उम्मीद थी कि प्यार से समझा बुझाकर सेक्स को लेकर पत्नी के दिल से डर निकालने में कामयाब रहेगा, लेकिन कई महीने तक उसे सफलता न मिलने पर यह मामला शयन कक्ष से बाहर निकलकर लड़के और लड़की के घरों से निकलकर पंचायत और नारी उत्थान केन्द्र तक पहुंचा।
मुरादाबाद के नारी उत्थान केन्द्र की काउंसलर ऋतु नारंग का कहना है कि यह वाकई बड़ा पेचीदा मामला है। लड़की का चिकित्सीय इलाज के अलावा कई बार काउंसलिंग भी कराई जा चुकी है, लेकिन युवती अभी भी कभी शारारिक संबंध न बनाने की जिद पर अड़ी है। उससे समझाने-मनाने की सारी कोशिशें नाकाम होने पर दोनों परिवार के लोगों उनका तलाक कराने पर सहमत हो गये हैं, ताकि युवक दूसरी शादी करके वैवाहिक जीवन का आनंद उठा सके।