प्रेमी युगल ने एक- दूसरे से रचाई शादी, फिर मौत को लगाया गले
नई दिल्ली: कानपुर में एक युवा प्रेमी युगल को जब लगा कि उनका शादी करके घर बसाने का सपना पूरा होना मुश्किल है तो दोनों ने एक दूसरे से जुदा होने के डर से दोनों ने एक खौफनाक निर्णय ले लिया। दोनों गंगा तट पर पहुंचे और वहां गंगा को साक्षी मानते हुए प्रेमी ने प्रेमिका की सिंदूर से मांग भरी और पति-पत्नी बनने का सपना पूरा किया, लेकिन कुछ देर बाद ही दोनों ने एक साथ जहर खा लिया। बेहोशी की हालत में उन दोनों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दोनो की मौत होने के साथ ही उनकी मोहब्बत का भी दुखद अंत हो गया।
मोहब्बत के दुखद अंत की यह कहानी बीस वर्षीय अभय और अठारह साल की सावित्री की है। महाराजपुर के गांव सैमसी के वीरेन्द्र कुरील के पुत्र अभय कुरील का गांव बंबुहिरा निवासी रामअवतार की पुत्री सावित्री से काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनो एक ही जाति के थे और वे दोनो विवाह करके अपना घर बसाना चाहते थे। अभय एक निजी अस्पताल में काम करता था।
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रविवार को अभय ने सावित्री को मिलने के लिए डोमनपुर कटरी स्थित गंगा तट पर पहुंचे। बताया गया है कि वहां दोनों ने कुछ समय साथ बिताया और अपने भावी जीवन के बारे में बातें की। उन्हे लगा कि परिवार वाले उन्हें एक नहीं होने देंगे। इसलिए दोनों ने तुरंत शादी करने का निर्णय लिया। अभय जाकर सिंदूर की डिब्बी ले आया और उसने सावित्री को अपनी पत्नी का दर्जा देने के लिए उसकी मांग में सिंदूर भर दिया। इसके बाद दोनों ने निर्णय लिया कि एक साथ जी नहीं सकते तो मर तो सकते हैं। अभय और सावित्री ने एक साथ जान देने के लिए जहर खा लिया।
इसी बीच डयूटी पर पहुंचने के लिए अभय के पास अस्पताल से फोन आया तो उसने जहर खाकर जान देने की बात बतायी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी। दोनों को तुरंत पास के एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान पहले सावित्री की मौत हो गयी और कुछ घंटे बाद अभय ने भी दम तोड़ दिया।