Magic van full of school children overturned: स्कूली बच्चों से भरी मैजिक वैन पलटी दर्जनों बच्चे घायल
Magic van full of school children overturned: स्कूली वैन पलटी, दर्जनों बच्चे घायल बिजनौर के बुढावाला गाँव में SKS पब्लिक स्कूल की एक खटारा मैजिक वैन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। वैन में 30-35 बच्चे सवार थे, जिनमें से कई घायल हो गए और कुछ को फ्रैक्चर हुआ है। सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
Magic van full of school children overturned: रिपोर्ट-नईम अन्सारी बिजनौरः
बिजनौर में बच्चों की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। SKS पब्लिक स्कूल की खटारा मैजिक वैन के खाई में गिरने से 30 से 35 स्कूली बच्चे घायल हो गए। घटना में कई बच्चों को गंभीर चोटें आईं, जिनमें से कुछ के फ्रैक्चर होने की भी खबर है।
घटना का विवरण
बुढावाला गाँव के पास SKS पब्लिक स्कूल की यह वैन बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रही थी। वाहन की तेज रफ्तार और खराब स्थिति के कारण यह अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। घटना के बाद स्थानीय लोग और अभिभावक मौके पर पहुंचे और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया।
सुरक्षा के प्रति लापरवाही
इस हादसे ने स्कूल प्रबंधन और वाहन मालिक की लापरवाही को उजागर कर दिया है। यह देखा गया है कि अधिकांश स्कूलों में खटारा और बिना फिटनेस वाले वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये वाहन न केवल गैरकानूनी हैं बल्कि बच्चों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा हैं।
अभिभावकों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
अभिभावकों ने इस घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं पुलिस ने वाहन को जब्त कर जांच शुरू कर दी है। वाहन स्वामी अब वाहन बदलने की कोशिश में जुटा हुआ है।
समाधान की दिशा में कदम
- वाहन फिटनेस की जांच: स्कूली वाहनों की नियमित फिटनेस जांच अनिवार्य की जानी चाहिए।
- प्रशासन की सख्ती: खटारा और अवैध वाहनों पर रोक लगाते हुए स्कूल प्रबंधन को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।
- सुरक्षा मानकों का पालन: वाहन चालकों और मालिकों को सुरक्षा मानकों और यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।
- अभिभावकों की जागरूकता: बच्चों की सुरक्षा के प्रति अभिभावकों को सतर्क रहना होगा और लापरवाही के खिलाफ आवाज उठानी होगी।
यह घटना एक चेतावनी है कि अगर समय रहते सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में और गंभीर हादसे हो सकते हैं। प्रशासन और स्कूल प्रबंधन को मिलकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।