बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस में महाभारत, क्या बेंगलुरु बैठक में साथ होंगी ममता?
West Bengal: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी टीएमसी (TMC) ने तमाम विपक्षी पार्टियों का सूपड़ा साफ़ कर दिया है। इस चुनाव परिणाम में कांग्रेस (Congress) और वाम दलों की हालत सबसे ख़राब रही है। हालत तो बीजेपी की भी ख़राब ही रही लेकिन किसी तरह बीजेपी ने अपनी इज्जत बचाने की कोशिश की है। टीएमसी को एकतरफ जीत मिली है। राज्य के करीब 64 फीसदी सीटों पर टीएमसी (West Bengal) का कब्ज़ा हुआ है। बीजेपी के साथ एक ही बड़ी बात है कि वह दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है। पंचायत चुनाव में बीजेपी (BJP) की इस तरह की हार से बीजेपी कार्यकर्ताओं में भारी निराशा है। इसका असर अगले लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) पर भी पड़ सकता है।
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लेकिन हैरत की बात तो यह है कि पंचायत चुनाव के दौरान और परिणाम आने के बाद टीएमसी और कांग्रेस के बीच एक दूसरे पर हमला जारी है। इस चुनाव में करीब 36 से ज्यादा लोगों की जान गई है लेकिन सबसे ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता ही आउट हुई है। उधर हिंसा का सबसे बड़ा केंद्र मालदा और मुर्शिदाबाद रहा। यह दोनों जिला कांग्रेस प्रभावित है लेकिन यहां भी टीएमसी की जीत हुई है।
टीएमसी की जीत को बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने आतंक और लूट की जीत बताया है। इससे बौखलाई ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि वाम दल और कांग्रेस मिलकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है और इसका बदल वे लेंगी।
बंगाल (West Bengal) की हिंसा और कांग्रेस -टीएमसी के बीच चल रहे वाकयुद्ध के बाद अब सवाल उठ रहा है कि यह अब भी ममता विपक्षी एकता की बैठक में हिस्सा लेंगी? इस खेल को लेकर बीजेपी भी ममता पर अटैक कर रही है। बीजेपी कह रही है कि बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच हिंसक युद्ध जारी है और फिर भी विपक्षी एकता की बात की जा रही है।
उधर ममता बनर्जी ने कहा है कि देश को बीजेपी मुक्त कराने के लिए वह विपक्षी एकता के साथ है। बड़े मकसद के लिए यह एकता जरुरी है। लेकिन बंगलुरु की बैठक में इस बात को भी रखा जायेगा। कांग्रेस आलाकमान के सामने शिकायत की जाएगी। अगर बंगाल में यह सब चलता रहा तो आगे बेहतर परिणाम नहीं आ सकते।
उधर कांग्रेस ने कहा है कि बंगाल में स्थानीय चुनाव में इस तरह की बात सामने आयी है। हम सब मिलकर बंगाल (West Bengal) की कहानी को सुलझा लेंगे। आगे गठबंधन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।