नई दिल्ली: बागी नेता एकनाथ शिंदे गुट के 38 विधायकों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में महाराष्ट्र की महाअघाड़ी विकास से समर्थन वापस लेने का दावा किया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे की सरकार अल्पमत में आ गयी है। उद्धव ठाकरे की सरकार के नौ मंत्रियों ने भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया है और शिवसेना के नौ मंत्रियों सहित 38 विधायक शिंदे गुट में शामिल हो गये हैं।
इधर जैसे ही नौ मंत्रियों के एकनाथ शिंदे खेमे में चले जाने की खबर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास पहुंची, तो उन्होंने तत्काल बागी मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनसे सारे विभाग वापस लेने की घोषणा कर दी। इन सभी नौ मंत्रियों के विभागों को अन्य मंत्रियों को सौंप दिया गया है। हालांकि उद्धव ठाकरे के समर्थक शिवसैनिक विधायकों को संख्या लगातार कम होती जा रही है।
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पिछले कई दिन से महाराष्ट्र में सियासी संकट कम होने की बजाय दिनो-दिन बढता जा रहा है। इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट कानूनी लड़ाई शुरु हो गयी है। महाराष्ट्र राजनीतिक प्रकरण में एकनाथ शिंदे ने याचिका दायर उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटाकर अजय चौधरी को नेता बनाये जाने की चुनौती दी है, जबकि शिंदे गुट के 37 विधायकों में से 16 विधायकों को डिप्टी स्पीकर द्वारा अयोग्य करार देने के लिए नोटिस जारी को चुनौती दी है। इन दोनों याचिकाओं पर आज सुनवाई हो रही है।