Manish Verma : बिहार की राजनीति हो और नीतीश कुमार का नाम नहीं हो यह मुमकिन नहीं है। इसी बीच एक बार फिर बिहार की राजनीतिक चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल मंगलवार के दिन जदयू में शामिल हुए मनीष वर्मा को नीतीश कुमार ने एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। बता दें कि मनीष वर्मा को पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव का दर्जा दिया है। इसका घोषणा कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने की है।
उड़ीसा के पूर्व आईएएस अधिकारी और नीतीश कुमार के पूर्व सचिव वर्मा ने मंगलवार को जदयू की सदस्यता ली है जिसमें संजय कुमार झा ने पार्टी के सबसे बड़े नेता विजय कुमार चौधरी और उमेश कुमार के मौजूद रहे और इस दौरान मनीष वर्मा को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई है।
बता दें कि मनीष वर्मा 2000 बैंच के आईएएस ऑफिसर रहे चुके हैं, इसके साथ ही पटना और पूर्णिया के DM भी रह चुके हैं। वहीं पार्टी में शामिल होने के बाद मनीष कुमार वर्मा का पहला बयान भी सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि पहले जदयू मेरे दिल में था और अब मैं इस दल में आ गया हूं।
बुधवार को जदयू में शामिल हुए मनीष कुमार वर्मा
2000 बैच के आईएएस ऑफिसर मनीष कुमार वर्मा अपनी ड्यूटी के दौरान भी काफी चर्चा में रहे हैं और अब एक फिर जदयू में शामिल होने की वजह से चर्चा के विषय बने हुए हैं। बता दें कि वरिष्ठ नेता के सामने इन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बुके देकर पार्टी में स्वागत किया। इस दौरान कुशवाहा ने कहा कि मनीष वर्मा को प्रशासनिक तौर तरीकों का काफी अनुभव है और उनके पार्टी में आने से हमारे पार्टी के लिए सबसे अच्छा होगा।
बता दें कि मनीष वर्मा नीतीश कुमार के गांव के क्षेत्र नालंदा के रहने वाले हैं। नीतीश कुमार के जिले के साथ-साथ उनकी जाति भी एक जैसी ही है जिसे अनुमान लगाया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने इसी वजह से इनको इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ यह भी कहा जा रहा है कि पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा जदयू के राष्ट्रीय सचिव बनाकर संजय झा का पावर बैलेंस किया गया है जो इस वक्त पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बने हुए हैं।