Mimi Chakraborty on Kolkata Doctor Case: पूर्व टीएमसी नेता और फिल्म अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती को बलात्कार की धमकियां मिली हैं। दरअसल, मिमी चक्रवर्ती कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले की खुलेआम निंदा कर रही हैं और सोशल मीडिया पर लोग इस मुद्दे पर मुखर हैं। जिसके कारण उन्हें बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं।
आपको बता दें कि मिमी चक्रवर्ती ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि, “हम महिलाओँ के लिए सम्मान और अधिकार चाहते हैं।” ये कुछ ऐसे लोग हैं, ये लोग रेप की धमकी दे रहे हैं, ये उनके लिए एक सामान्य बात है।
ये लोग पर्दे के पीछे छिपकर जहर उगलते हैं और फिर भीड़ में कहते हैं कि हम महिलाओं के साथ हैं। आखिर इन लोगों को कैसी परवरिश मिली है, इन्हें कैसी शिक्षा मिली है, जो इन्हें ये सब सिखाती है। मिमी ने जो अपने सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट पोस्ट किया है उसमे उन्होंने पुलिस को भी टैग किया है।
मिमी चक्रवर्ती ने किया था विरोध प्रदर्शन
आपको बता दें कि, मिमी चक्रवर्ती ने कोलकाता की डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। मिमी चक्रवर्ती, ऋद्धि सेन, अरिंदम सिल और मधुमिता सरकार जैसे अन्य कलाकार भी 14 अगस्त की रात को विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
मिमी चक्रवर्ती एक्टिविज्म के लिए नई नहीं हैं। वह 2019 से 2024 के बीच जादवपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। वह सोशल मीडिया पर इन मुद्दों को खुलकर उठाती हैं।
कोलकाता की घटना के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ने के साथ ही अधिकारियों के लिए इस तरह की धमकियों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करना महत्वपूर्ण हो गया है। सोशल मीडिया पर ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है।
कोलकाता आरजी मेडिकल कॉलेज मामला
आपको बता दें कि, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया है। जिसके बाद दुनिया में हर जगह लोग इस मामले के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) मामले के मुख्य आरोपी संदीप घोष पर कड़ी नजर रख रही है। घोष पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल थे, लेकिन अब कानून उन पर शिकंजा कस रहा है।
सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई से कुछ घंटे पहले ही पश्चिम बंगाल सरकार ने संदीप घोष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। विभागीय जांच में घोष और कुछ बेईमान ठेकेदारों के बीच मिलीभगत का पता चला। इस घटनाक्रम ने पहले से ही जटिल मामले में एक और परत जोड़ दी है।