नई दिल्ली: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan Birthday) आज 80 साल के हो गए हैं। बढ़ती उम्र के बावजूद भी अपने काम और लुक में बिग बी नौजवान कलाकारों को भी पीछे छोड़ रहे हैं। इतनी उम्र होने के बाद भी वो फिल्म जगत में अपने पैर टिकाए हुए हैं और फैंस आज भी उनके मुरीद हैं। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से आए इस लड़के ने पूरी दुनिया में अपना नाम बना लिया है। तो आज बॉलीवुड के शहंशाह के जन्मदिन पर जानेगें उनके ज़िन्दगी से जुड़ी बातें।
ये था उनका शुरूआती सफर
बिग बी (Amitabh Bachchan Birthday) का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था। शुरू में उनका नाम “इंकलाब ज़िन्दाबाद” नारे से प्रेरित होकर इंकलाब रखा गया था लेकिन बाद में कवि सुमित्रानंदन पंत ने उनका नाम बदलकर अमिताभ रख दिया। इनके पिता ने उस समय मे इंग्लिश से एम.ए किया था, जिससे इनके घर में बचपन से शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। इनकी भी पढ़ाई मे उतनी ही रूचि थी, यह बहुत ही होशियार थे। इन्होंने प्रारंभिक शिक्षा ज्ञान प्रबोधिनी, बॉयस हाई स्कूल इलाहाबाद से प्राप्त की थी। उसके बाद शेरवुड कॉलेज, नैनीताल से हाईस्कूल तक की शिक्षा प्राप्त की थी। इसके बाद की शिक्षा इन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज,दिल्ली से पूरी की, यहाँ इन्होंने बैचलर ऑफ साइंस एंड आर्टस की डिग्री प्राप्त की है।
बिग भी ने साल 1968 में ही नौकरी करना शुरू कर दिया था। उन्होनें फिल्मों में आने से पहले कोलकता में रेडियो एनाउंसर और शिपिंग कंपनी में एक्जीक्यूटिव के पद पर भी काम किया था। उनकी शुरूआती कमाई 800 रूपये हुआ करती थी।
ऐसे रखा फिल्मी दुनिया में कदम
फिल्मी जगत में बिग बी (Amitabh Bachchan Birthday) ने बतौर अभिनेता शुरूआत नही किया था। उन्होने फिल्म ‘भुवन शोम’ में वॉयस नैरेटर के तौर पर काम करना शुरू किया था। इसके बाद उनकी पहली बॉलीवुड डेब्यू फिल्म सात हिंदुस्तानी बनी जिसमे उन्हे सराहा तो गया लेकिन वो उनका टर्निंग प्वांइट साबित नही हुआ। जिसके बाद उन्होने कई फिल्में कीं लेकिन सारी फिल्में फ्लॉप रही। जब बिग बी इंडस्ट्रा में आएं ते तब फिल्मी दुनिया में कई और अभिनेता अपना पैर और सिक्का जमाए हुए थें और ऐसे में अमिताभ बच्चन को अपना नाम बनाने में बहुत जद्दोजहद करनी थी।
उसके बाद आई उनके पहली हिट फिल्म जंजीर जिसके पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प रही। फिल्म जंजीर की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी जिसके बाद फिल्म के डायरेक्टर प्रकाश मेहरा फिल्म के मेन लीड की खोज में थे और उस सदी के जाने-माने खलनायक अभिनेता प्राण से उन्होने इस बात की जिक्र की। इसपर प्राण ने अमिताभ बच्चन का फिल्म के मेन लीड के तौर पर बिग बी का नाम सुझाया। इस बात पर बेमन प्रकाश मेहरा ने सिर गिला दिया जिसपर प्रण ने उन्हें बिग बी का फिल्में दिखने को कहा और फिर कोई भी फैसला लेने को कहा। इसके बाद शहंशाह को जंजीर के लिए बतौर लीड चुना गया और ये फिल्म उनके लिए लकी साबित हुई और उसके बाद बिग नही रूके।
इस तरह हुई बिग बी और जया भादुडी की शादी
फिल्म जंजीर में पहली बार अमिताभ बच्चन और जया भादुडी ने एकसाथ काम किया था। फिल्म के वक्त सबने डिसाइड किया कि अगर ये फिल्म सक्सेसफुल होती है तो फिर सभी कास्ट एकसाथ विदेश जाएगें फिल्म का जश्न मनाने के लिए। फिल्म की सफलता के बाद जब बॉलीवुड के शहंशाह अपने पिता हरिवंश राय बच्चन के पास फॉरेन ट्रिप की इजाज़त लेने पहुंचे तो उनके पिता ने पूछा कि क्या उनके साथ एक्ट्रेस जया भादुडी भी जाएगीं जिसपर बिग बी ने हां कहा। इसपर उनके पिता ने शर्त रखी कि विदेश जाने से पहले उन्हें जया भादुडी से शादी करनी होगी। इस तरह बिग बी और जया भादुडी की शादी हो गई।
ये हैं बिग बी की हिट फिल्में
सात हिंदुस्तानी, आनंद, जंजीर, अभिमान, सौदागर, चुपके चुपके, दीवार, शोले, कभी कभी, अमर अकबर एंथनी, त्रिशूल, डॉन, मुकद्दर का सिकंदर, मि. नटवरलाल, लावारिस, सिलसिला, कालिया, सत्ते पे सत्ता, नमक हलाल, शक्ति, कुली, शराबी, मर्द, शहंशाह, अग्निपथ, खुदा गवाह, मोहब्बतें, बागबान, ब्लैक, वक्त, सरकार, चीनी कम, भूतनाथ, पा, सत्याग्रह, शमिताभ जैसी शानदार फिल्मों ने ही उन्हें सदी का महानायक बना दिया।
राजनीतिक करियर
कुली में लगी चोट के बाद उन्हें लगा कि वे अब फिल्में नहीं कर पाएंगे और उन्होंने अपने पैर राजनीति में बढ़ा दिए। उन्होंने 8वें लोकसभा चुनाव में अपने गृह क्षेत्र इलाहाबाद की सीट से उ.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री एचएन बहुगुणा को काफी ज्यादा वोटों से हराया। राजनीति में ज्यादा दिन वे नहीं टिक सके और फिर उन्होंने फिल्मों को ही अपने लिए उचित समझा। जब उनकी कंपनी एबीसीएल आर्थिक संकट से जूझ रही थी तब उनके मित्र और राजनीतिज्ञ अमर सिंह ने उनकी काफी मदद की थी। बाद में अमिताभ ने भी अमर सिंह की समाजवादी पार्टी को काफी सहयोग किया। उनकी पत्नी जया बच्चन ने समाजवादी पार्टी को ज्वाइन कर लिया और वे राज्यसभा की सदस्य बन गईं। अमिताभ ने पार्टी के लिए कई विज्ञापन और राजनीतिक अभियान भी किए।
अपने करियर के दौरान उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं जिसमें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर 3 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी शामिल है। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स और कई अवार्ड समारोहों में उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। वे 14 फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीत चुके हैं। उन्हें फिल्मफेयर में सबसे ज्यादा 39 बार नामांकित किया जा चुका है। उन्हें भारत सरकार की तरफ से 1984 में पद्मश्री, 2001 में पद्मभूषण और 2015 में पद्मविभूषण जैसे सम्मान मिल चुके हैं।