Modi 3.0 Cabinet: निर्मला सीतारमण (nirmala sitharaman) ने बुधवार 12 जून को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) का कार्यभार संभाल लिया और जल्द ही वित्त वर्ष 2025 के लिए अंतिम बजट (Final Budget) पेश करेंगी, जो विकसित भारत (Developed India) के लिए मोदी 3.0 सरकार (Modi 3.0 Government) की प्राथमिकताओं (Priorities) और दिशा (Direction) को निर्धारित करेगा।
वित्त राज्य मंत्री (Minister of State for Finance) पंकज चौधरी (Pankaj Chowdhary) भी मौजूद थे। पंकज चौधरी ने मंगलवार 11 जून की शाम को कार्यभार संभाला।
सीतारमण, जिन्हें अपने पिछले कार्यकाल में दूसरी पीढ़ी के सुधारों (second generation reforms) को आगे बढ़ाने का श्रेय दिया जाता है, लगातार सातवां बजट (Seventh Budget) और लगातार छठा पूर्ण बजट (Sixth full budget) पेश करके रिकॉर्ड (Record) बनाएंगी। वित्त वर्ष 2025 के लिए पूर्ण बजट अगले महीने नवगठित 18वीं लोकसभा (Newly constituted 18th Lok Sabha) में पेश किए जाने की संभावना है।
बता दे कि, सीतारमण के राजनीतिक जीवन (political life) में कई रिकॉर्ड हैं। उन्होंने 2017 में पहली महिला रक्षा मंत्री (Women Defence Minister) के रूप में नियुक्त होने पर एक रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले, वह उद्योग और वाणिज्य मंत्री (Minister of Industry and Commerce) थीं।
जब उनके गुरु अरुण जेटली (Arun Jaitley) (वित्त मंत्री 2014-19) बीमार हो गए, तो सीतारमण को 2019 के आम चुनावों (General Elections) के बाद नवनिर्वाचित मोदी सरकार (Newly elected Modi Government) में वित्त विभाग (finance department) का प्रभार दिया गया।
सत्ता संभालने के तुरंत बाद, पहला बड़ा सुधार आधार कॉर्पोरेट कर (Aadhaar Corporate Tax) को 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत करना था, ताकि विमुद्रीकरण और जीएसटी कार्यान्वयन (Demonetisation and GST implementation) से प्रभावित अर्थव्यवस्था (Affected economy) को सहारा मिल सके।
अगले वर्ष, भारत ने गरीबों के लिए घोषित नीतिगत उपायों (Tactical measures) की एक श्रृंखला के साथ कोविड-19 महामारी (COVID-19 pandemic) का सामना किया और सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था (Major Economy) और विश्व अर्थव्यवस्था (global economy) में ‘उज्ज्वल स्थान’ का अपना टैग जारी रखा।
महामारी के दौरान कठिनाई को दूर करने के लिए, सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज (special economic package) की घोषणा की, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) के लगभग 10 प्रतिशत के बराबर है।
उन्होंने वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में लगभग 24 प्रतिशत संकुचन से अर्थव्यवस्था (economy in contraction) को सबसे तेजी से बढ़ती विश्व अर्थव्यवस्था में बदल दिया।
राजकोषीय विस्तार (Fiscal expansion) के बावजूद, उन्होंने राजकोषीय समेकन (Treasury consolidation) के मार्ग का अनुसरण करना जारी रखा और वित्त वर्ष 24 में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 5.8 प्रतिशत के पहले के अनुमान से घटाकर 5.6 प्रतिशत करने में सफल रहीं।
उन्होंने लगातार छठा बजट, पांच वार्षिक बजट और एक अंतरिम बजट पेश करके एक रिकॉर्ड भी बनाया, जो अब तक केवल पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister) मोरारजी देसाई (Morarji Desai) द्वारा ही हासिल किया गया था।
अरुण जेटली ने 2014 में मोदी सरकार (modi government) के सत्ता में आने के बाद वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला और लगातार पांच बजट 2014-15 से 2018-19 तक पेश किए। 2017 में, जेटली ने फरवरी के आखिरी कार्य दिवस (last working day) से महीने की पहली तारीख तक बजट पेश करने की औपनिवेशिक युग (colonial era) की परंपरा को छोड़ दिया।
अपने गुरु के नक्शेकदम पर चलते हुए, सीतारमण ने पारंपरिक बजट ब्रीफकेस (Traditional Budget Briefcase) को भी हटा दिया और इसके बजाय भाषण (Speeches) और अन्य दस्तावेजों (other documents) को ले जाने के लिए राष्ट्रीय प्रतीक (National symbol) के साथ बही-खाता (Ledger account) का इस्तेमाल किया।
18 अगस्त, 1959 को मदुरै (Madurai) में नारायण सीतारमण (Narayan Sitaraman) जो रेलवे में काम करते थे और सावित्री (Savitri) जो एक गृहिणी थी उनके घर जन्मी निर्मला सीतारमण ने तिरुचिरापल्ली (Tiruchirappalli) के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज (Seethalakshmi Ramaswamy College) में अर्थशास्त्र (Economics) की पढ़ाई की।
इसके बाद वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University – JNU) से इस विषय में मास्टर डिग्री (Master’s Degree) और एम.फिल (M.Phil) करने के लिए राजधानी चली गईं। लेकिन राजनीति में आने से पहले सीतारमण ब्रिटेन (Britain) में कॉर्पोरेट जगत (Corporate World) का हिस्सा थीं, जहां वह अपने पति परकला प्रभाकर (Husband Parakala Prabhakar) के साथ रह रही थीं।
दोनो की एक-दूसरे से जेएनयू में पढ़ाई के दौरान मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों ने 1986 में शादी कर ली। दोनो की एक बेटी भी है, जिसका नाम परकला वांगमयी है।
सीतारमण का राजनीतिक करियर (Political Career) 2008 में शुरू हुआ, जब वह भाजपा (BJP) में शामिल हुईं (वह 1990 के दशक की शुरुआत में भारत लौट आईं), और दो साल में सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) के बाद पार्टी की दूसरी महिला प्रवक्ता बन गईं, पार्टी मुख्यालय (Party Headquarters) में पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया और टेलीविजन बहसों में भी एक जाना-पहचाना चेहरा बन गईं।
राजनीति में शामिल होने से पहले उन्होंने हैदराबाद (Hyderabad) में सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी स्टडीज (Centre for Public Policy Studies) में उप निदेशक (deputy director) के रूप में कार्य किया और शहर में एक स्कूल भी शुरू किया।