पटना। बिहार की नीतीश सरकार ने बुधवार को सदन में अपना बहुमत सिद्ध कर विश्वासमत जीत लिया। हालांकि विश्वास मत के दौरान बीजेपी के विधायकों ने बायकॉट किया। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शायद बीजेपी वाले बोले कि उन्हें ऐसा करने के लिए ऊपर से कहा गया होगा।
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष वीके सिन्हा ने अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को नोटिस जारी किये जाने को गलत बताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारे को कार्यवाहक डिप्टी स्पीकर का दायित्व दिया गया और उनकी अध्यक्षता में ही विधान सभा में विश्वास मत की प्रक्रिया पूरी हुई। विधानसभी स्पीकर के अध्यक्ष के लिए विधिवत चुनाव 28 अगस्त को होगा।
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मुख्यमंत्री ने विधानसभा में अपने दिये भाषण में जहां अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा की, वहीं उन्होने बिना नाम लिये मोदी पर सीधी निशाना साधा। उन्होने कहा कि उनकी एक ही इच्छा है कि महागठबंधन दलों के सब नेता मिलकर बिहार के विकास करने व देश को आगे बढाने में मिलकर काम करें।
इधर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए बिहार में बुधवार को हुई सीबीआई की छापेमारी पर कहा कि जो डर गया, वह मर गया, जो लडेगा, वही जीतेगा। उन्होने ईडी, आयकर विभाग और सीबीआई विभागों को केन्द्र सरकार के दामाद तक की संज्ञा दी।
बता दें कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई ने लालूप्रसाद यादव के पांच नजदीकी के नेताओं के आवास व ठिकानों पर छापेमारी किये जाने के साथ ही तेजस्वी के गुरुग्राम स्थित मॉल पर भी छापेमारी की है, इससे आने वाले दिनों में लालू परिवार और कई नजदीकियों को कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।