Operation Kaveri: स्वदेश लौटे 360 भारतीय नागरिक…सूडान से लौटकर भारतीयों ने सुनाई आपबीती
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच पिछले 12 दिन से जंग जारी है इसमें अब तक 400 से ज्यादा की जान जा चुकी है सूडान में चल रही जंग के चलते हजारे भारतीय भी वहां फंसे हे. भारत सरकार ने इन्हे निकालने के लिए “Operation Kaveri’’ चला रही है. भारत ने सूडान से अपने निकासी अभियान के तहत कम से कम 670 भारतीय नागरिकों को बाहर निकाल लिया है.
Operation Kaveri: सुखविंदर हरियाणा (Haryana) के फरीदाबाद (Faridabad) के रहने वाले है. पेशे से इंजीनियर सुखविंदर (40) उन 360 भारतीय नागरिकों के पहले जत्थे में शामिल थे, जो भारत के ‘Operation kaveri” निकासी मिशन के तहत बुधवार रात स्वदेश लौटे. सूडान में अपने अनुभव को याद करते हुए उन्होने कहा कि वह अब भी बहुत डरे हुए हैं. उन्होंने कहा, हम एक इलाके तक सिमटकर रह गए थे. हम एक कमरे तक ही सीमित थे. यह ऐसा था, मानो हम मृत्युशय्या पर हों. इसी तरह उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कुशीनगर के रहने वाले एक फैक्टरी के कर्मचारी भारत पहुंचते ही चिल्लाते हुए कहा, मरकर वापस आ गया. मीडिया सें बातचीत में छोटू ने बताया,” कभी सूडान नही जाऊंगा. मै देश मे रहकर कुछ भी करुगा, लेकिन अब सूडान कभी नही जाऊंगा.विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान से वापस लौटे भारतीयों की कुछ तस्वीरें Twitter पर भी शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, भारत अपनों का स्वागत करता है. ऑपरेशन कावेरी के तहत पहली उड़ान नयी दिल्ली (New Delhi) पहुंची और 360 भारतीय नागरिक अपनी सरजमीं पर उतरे.
पंजाब (Punjab) के होशियारपुर (Hoshiyarpur) के निवासी तसमेर सिंह (60) भी उन लोगों मे शामिल है, जो सूडान की भयावह स्थिति से लौटे है उन्होंने कहा, हम एक लाश की तरह थे, एक छोटे-से कमरे में बिना बिजली, बिना पानी के रह रहे थे. हमने कभी नहीं सोचा था कि जीवन में इसी स्थिति का सामना करेंगे, लेकिन भगवान का धन्यवाद है कि हम अपने देश जीवित लौट आए. सूडान की सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (Rapid Support Force) के बीच गहन बातचीत के बाद 72 घंटे के युद्धविराम पर सहमति बनने के मद्देनजर भारत ने सूडान से भारतीयों को निकालने के अपने प्रयास तेज किए.
‘Operation Kaveri’ के तहत भारत शरणार्थियों को सऊदी अरब के जेद्दा शहर ले जा रहा है, जहां से उन्हें देश वापस लाया जा रहा है. इस बीच, विमानन कंपनी ‘INDIGO’ ने कहा कि उसने ‘Operation kaveri के तहत जेद्दा के लिए चार्टर उड़ान सेवाओं की पेशकश की है. कंपनी ने एक बयान में कहा, हम अब भी यह उड़ान सेवा शुरू करने के लिए मंत्रालय से ब्योरे का इंतजार कर रहे हैं, अभी तक किसी चीज की पुष्टि नहीं हुई है. कई राज्यों ने ‘Help Desk’ खोले हैं और देश में आने के बाद सूडान से निकाले गए भारतीयों के लिए मुफ्त यात्रा और आवास जैसी सहायता की घोषणा की है