Pakistan Taliban Tension: पाकिस्तान-तालिबान के बीच बढ़ी तनातनी, गोलीबारी में कई लोग ढेर
पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान के बीच रविवार दोपहर बलूचिस्तान-कंधार सीमा पर गोलीबारी हो गई. जिसमें पाकिस्तान के ही 6 नागरिकों की मौत हो गई, और वहीं 17 लोग घायल भी हो गए. बता दें कि पाकिस्तान ने इस हमले के बाद अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों पर बिना उकसावे के हमला करने का आरोप लगाया है.
नई दिल्ली: पाकिस्तान और तालिबान (Pakistan Taliban Tension) के बीच दिन-प्रतिदन तनाव बढ़ता ही जा रहा है. पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान के बीच रविवार दोपहर बलूचिस्तान-कंधार सीमा पर गोलीबारी हो गई. जिसमें पाकिस्तान के ही 6 नागरिकों की मौत हो गई, और वहीं 17 लोग घायल भी हो गए. बता दें कि पाकिस्तान ने इस हमले के बाद अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों पर बिना उकसावे के हमला करने का आरोप लगाया है.
पाकिस्तान पर अफगानिस्तान का आरोप
पाकिस्तान की सेना ने ये भी बताया कि इस हमले में अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों ने आर्टिलरी और गोला-बारूद का इस्तेमाल भी किया है. जिसके बाद पाकिस्तान के सीमा सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान पर कार्रवाई की है.
कंधार पुलिस ने बताय कि इस हमले में अफ़गानिस्तान का भी एक सैनिक मारा गया है, और दस अन्य घायल है. जिसमें तीन आम नागरिक भी शामिल है.
पाकिस्तान कभी नहीं सुधर सकता है, हर किसी की ज़मीन पर हक जमाने या टांग अड़ाने की आदत हो गई है. भारत की ज़मीन पर हक जमाने के लिए आक्रमण करता ही रहता है. अब अफगानिस्ता न के जमीन में भी घुसने का सोच रहा है. लेकिन अफगानिस्तान वाले पीछे थोड़ी न हटने वाले है. अफगानिस्तान वाले मुहंतोड़ जवाब देने वालों में से हैं. पाकिस्तान के ऊपर ये लाइन एकदम फिट बैठेगी.
जहां जाते हो, जूते खाते हो, शक्ल से मियां बड़े ज़लील नज़र आते हो.
दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी की बौछार
दोनों पक्षों के बीच झड़प तब शुरु हुई जब पाकिस्तान सुरक्षाबलों ने अफ़गानिस्तान सुरक्षाकर्मियों को अफ़गान क्षेत्र में सीमा पर एक नया चेकपोस्ट बनाने से रोका. चमन जिले के पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान में मोर्टार शेल गिरने के बाद दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी की बौछार हो गई. अफ़गानिस्तान के सीमावर्ती प्रांत कंधार की चमन चौकी दोनों देशों के बीच व्यापार और आवाजाही का रास्ता है.
पाकिस्तान सरकार ने इस घटना के बाद अफ़गान सरकार सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने के साथ कड़े कदम उठाने की मांग की है. जिससे इस तरह की घटना दोबारा न हो.
ये पहली बार नहीं है जब दोनों के बीच इस तरह के हिंसक झड़प देखने को मिल रहा हो, इससे पहले भी 6-7 महीनों में कई बार ऐसी हिंसक घटनाएं हो चुकी है. एक तरफ अफगान की फौज आक्रमक है तो पाक भी इस इलाके की रक्षा करने के लिए अपनी आर्मी को ज़मीन पर और ज्यादा सक्रिय कर रहा है.