Today’s Political News Headline: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi cm arvind kejriwal) तिहाड़ जेल से छूटने के बाद से ही लगातार पीएम मोदी और बीजेपी (BJP) की आलोचना कर रहे हैं। जवाब में अब प्रधानमंत्री मोदी ने एक इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल और विपक्षी गठबंधन (INDIA alliance) की आलोचना की है। उन्होंने उन्हें संविधान पढ़ने की सलाह दी है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला…
दिल्ली (delhi) के सीएम अरविंद केजरीवाल (cm arvind kejriwal) चुनाव प्रचार (loksabha election 24) के लिए अंतरिम जमानत पर तिहाड़ जेल (tihar jail) से बाहर आ गए हैं। जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री जी तय करते हैं कि कौन जेल जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि पीएम के इशारे पर हेमंत सोरेन (hemant soren) और मुझे झेल डाल दिया गया था। अरविंद केजरीवाल (arvind kejriwal) के इस आरोप पर अब पीएम मोदी (pm modi ) ने जवाब दे दिया है। पीएम मोदी (pm narandra modi) ने आज ANI को इंटरव्यू (interview ) देते हुए कहा कि अच्छा होगा कि ये लोग संविधान पढ़ लें, देश के कानून नियम पढ़ लें मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं।
इसके साथ ही पीएम मोदी (pm modi) ने केंद्रीय जांच एजेंसियों (ईडी , इनकम टैक्स) का इस्तेमाल करके विपक्षी नेताओं को दबाने की कोशिश के आरोपों का भी जवाब दिया। पीएम मोदी (pm modi) ने कहा कि मेरा मीडिया से सवाल है कि विपक्ष ने आपको कूड़ा पकड़ा दिया है और आप उसे लेकर हमारे पास पहुंच जाते हैं। मीडिया (media) वाले रिसर्च करें कि सरकार, प्रधानमंत्री (prime minister) से क्या सवाल पूछना चाहिए। पता लगाओ कि कचरा फेंकने वाले व्यक्ति के पास अपने दावों का समर्थन करने वाला कोई दस्तावेज़ है या नहीं। यह सही है कि मैं कचरे को रीसाइकिल (recycle) करूँगा, उससे खाद बनाऊँगा और देश के लिए कुछ फ़ायदेमंद चीज़ें बनाऊँगा।
पीएम मोदी ने कहा कि आज गांव के सरपंच को साइन करने का अधिकार होता हैं, देश के प्रधानमंत्री को नही हैं. इतना नॉलेज नही है इन लोगो को . देश के प्रधानमंत्री (prime minister) के पास इस तरह का कोई अधिकार नही . मोदी सरकार ने अफसरों को कहा है कि मेरी सरकार करप्शन के विषय़ में जीरो टॉलरेंस अब यह दफ्तर में लोगो का काम हैं कि उसको लागू करे.
पीएम मोदी ने आगे कहा- किसी जमाने में 10 साल में मनमोहन सिंह जी की सरकार थी 34 लाख पकड़ गए थे मतलब किसी स्कूल बैग में आ जाए. अब जबकि ईडी ने दस साल में 2200 करोड़ रुपए कमाए हैं, तो क्या उसका सम्मान किया जाना चाहिए या उसका दुरुपयोग किया जाना चाहिए? वह चिल्ला रहे हैं, पूछ रहे हैं कि कौन गाली दे रहा है, किसका पैसा गया है, और कौन चोरी करते हुए पकड़ा गया है।