PoK News: PoK में आजादी के लिए तड़प रहे लोग!
PoK News: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोग भारत का हिस्सा बनने को तड़प रहे हैं, वो पाकिस्तान की गुलामी वाली जंजीरे तोड़ने को बेताब हैं। और इन्हीं हालात ने शहबाज शरीफ और मुनीर की टेंशन बढ़ा दी है। शहबाज और मुनीर को चिंता सताने लगी है, कहीं PoK हाथ से फिसल ना जाये। इसलिए PoK को लेकर पाकिस्तान ने बड़ा कदम उठाया है। पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में अपनी फ्रंटियर कॉन्स्टेबुलरी यानी अर्धसैनिक बलों की 6 टुकड़ी तैनात करने जा रहा है। ये फैसला PoK के प्रधानमंत्री अनावरुल हक और गृह मंत्री मोहसिन नकवी की मुलाकात के बाद किया गया।]
कहने को फ्रंटियर कॉन्स्टेबुलरी अर्धसैनिकों बलों की टुकड़ी है, लेकिन इसे पाकिस्तानी आर्मी का खूंखार दस्ता माना जाता है। जो पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाने वालों से बेरहमी से निपटता है। माना जा रहा है कि इसीलिए इन्हें PoK में तैनात करने का फैसला लिया गया है। PoK में अगर अभी तक फ्रंटियरकॉन्स्टेबुलरी तैनात नहीं थी, अब हो रही है तो बड़ी चेंज है। मतलब क्या वहां पर भी दहशतगर्दी शुरू हो गई है, आप ये कह रहे हैं। तालिबान वहां पर भी पहुंच गया है, इसलिए आप FC लगा रहे हैं। या फिर जो कुछ समय पहले स्थिति नज़र आई थी, बिजली को लेकर कहा गया था, गोली चली थी। सरकार ने कहा था कि इतने अरब का पैकेज दे रहे हैं। मामला सुलझ गया है, पता नहीं कौन गोली चला देता है। पिछले दिनों PoK में महंगाई और बिजली को लेकर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए थे, हालात को कंट्रोल करने के लिए सेना तक को बुलाना पड़ा था। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के टकराव में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी, जबकि कई प्रदर्शनकारी मारे गए थे।
अब PoK में अगले तीन महीने तक अर्धसैनिकों बलों की 6 टुकड़ी तैनात रहेंगी। पाकिस्तान का असल मकसद यहां के लोगों की आवाज दबाना है। इसकी एक वजह PoK को लेकर भारत का रुख है। भारत साफ कह चुका है, कि PoK भारत का अभिन्न अंग है। और अपने इस हिस्से को भारत वापस लेकर रहेगा।
भारत के इसी रुख से पाकिस्तान की टेंशन बढ़ी हुई है, जबकि पाकिस्तान की ज्यादातियों से तंग आ चुके PoK के लोगों का हौसला बढ़ा है। वो भारत के हिस्से वाले कश्मीर की तरक्की और विकास को देखकर पाकिस्तान को कोसते हैं। इन्हीं लोगों का दबाने के लिए पाकिस्तान ने अपना आखिरी दांव चला है।
.PoK के लोगों को पाकिस्तान अपना मानता ही नहीं है, यहां के लोगों पर अत्याचार किये जाते हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है और पाकिस्तान लोगों की आवाज दबा रहा है।