Political News: बीजेपी की अंदरूनी लड़ाई को सुलझाने और बीजेपी को मजबूती का बूस्टर देने के लिए RSS और VHP ने कमर कस ली है.लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी के अंदर मचे घमासान को शांत करने के लिए VHP ने बातचीत का रास्ता चुना है… खबर है कि बीजेपी के अंदर चल रही लड़ाई को शांत कराने के लिए विश्व हिंदू परिषद एक्टिव हो गया है…विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी ने यूपी बीजेपी और यूपी सरकार के नेताओं से मुलाकात की…
VHP ने BJP नेताओं से मतभेद दूर कर सरकार और पार्टी के हित के लिए काम करने को कहा हैVHP ने BJP नेताओं और वरिष्ठ मंत्रियों से बेहतर तालमेल के साथ काम काम करने के लिए कहा है..इसके अलावा पूर्वी यूपी के एक वरिष्ठ VHP प्रचारक ने भी केशव प्रसाद मौर्य के साथ उनके घर पर मीटिंग की..साथ ही VHP के वरिष्ठ प्रचारक सरकार के दूसरे शीर्ष नेताओं के साथ भी लगातार संपर्क में है। लोकसभा चुनावों के दौरान केंद्र की मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच भी लगातार मन मुटाव की खबरें सामने आती रहीं… RSS ने कई चुनावी मोर्चों पर BJP से किनारा भी किया जिसका खामियाजा BJP को चुनावी नतीजों में उठाना भी पड़ा… लेकिन अब तीसरी बार केंद्र की सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने RSS से रिश्ते सुधारने की शुरूआत कर दी है…
इसी कड़ी में गृह मंत्रालय की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि अब सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में शामिल हो पाएंगे… आपको बता दें कि RSS के कार्यक्रम में सरकारी कर्मचारियों के शामिल होने पर पिछले 58 साल से प्रतिबंध लगा हुआ था..कांग्रेस की सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के संघ के कार्यक्रमों में जाने पर बैन लगा दिया था RSS के कार्यक्रमों में शामिल होने पर सरकारी कर्मचारियों को कड़ी सजा देने का भी प्रावधान था.सरकारी कर्मचारी भी रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन के लाभ को देखते हुए RSS कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखते थ..RSS ने केंद्र सरकार की तरफ से जारी आदेश की तारीफ करते हुए कांग्रेस की पिछली सरकारों पर हमला बोला है..
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गत 99 वर्षों से सतत राष्ट्र के पुनर्निर्माण एवं समाज की सेवा में संलग्न है। राष्ट्रीय सुरक्षा, एकता-अखंडता एवं प्राकृतिक आपदा के समय में समाज को साथ लेकर संघ के योगदान के चलते समय-समय पर देश के विभिन्न प्रकार के नेतृत्व ने संघ की भूमिका की प्रशंसा भी की है।अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते तत्कालीन सरकार द्वारा शासकीय कर्मचारियों को संघ जैसे रचनात्मक संगठन की गतिविधियों में भाग लेने के लिए निराधार ही प्रतिबंधित किया गया था। शासन का वर्तमान निर्णय समुचित है और भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पुष्ट करने वाला है
पिछले कुछ समय में बीजेपी के कई नेताओं ने पार्टी की नीतियों को लेकर सवाल उठाए हैं… पार्टी के अंदर अहम की लड़ाई भी देखी जा रही है… जिसके बाद माना जा रहा है कि बीजेपी के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है… RSS और VHP ने भले ही पूरे विवाद पर सीधे तौर पर दखल नहीं दिया हो लेकिन हालात पर नजर बना रखी है… संघ और VHP को लगता है कि बीजेपी में जिस तरह कलह दिखाई दे रही है, संगठन और सरकार में अहम की लड़ाई हो रही है उसका असर पार्टी पर पड़ सकता है… जिससे देश के सबसे बड़े सूबे में बीजेपी की पकड़ कमजोर पड़ सकती है और यूपी हाथ से निकल सकती है.