Pollution wreaks havoc in Delhi: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। रविवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 457 के स्तर पर पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे खराब आंकड़ा है। हालात की गंभीरता को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने सोमवार सुबह 8 बजे से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण को लागू करने का फैसला लिया है। यह पहली बार है कि इस सीजन में दिल्ली का एक्यूआई ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में पहुंचा है।
दिल्ली की जहरीली हवा: प्रदूषण का स्तर गंभीर
रविवार शाम तक दिल्ली के तमाम निगरानी केंद्रों पर एक्यूआई 400 से अधिक दर्ज किया गया। बवाना (490), अशोक विहार (487), और वजीरपुर (483) जैसे इलाकों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह वायु गुणवत्ता न केवल अस्थमा और श्वसन संबंधी बीमारियों के मरीजों के लिए हानिकारक है, बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों के लिए भी गंभीर खतरा बन सकती है।
ग्रैप-4 के तहत लगाए गए प्रतिबंध
ग्रैप-4 लागू होने के साथ ही कई सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें प्रमुख कदम निम्नलिखित हैं:
- ट्रकों की एंट्री पर रोक :
केवल आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले ट्रकों को ही दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। अन्य सभी ट्रकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। - हल्के वाणिज्यिक वाहनों पर रोक :
दिल्ली के बाहर पंजीकृत बीएस-4 या उससे नीचे के डीजल वाहनों को, जो आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं कर रहे हैं, दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। - मध्यम और भारी मालवाहक वाहनों पर प्रतिबंध:
बीएस-4 या उससे नीचे के डीजल वाहनों का संचालन दिल्ली में पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। - निर्माण गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध :
राजमार्ग, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज जैसे निर्माण कार्यों को स्थगित कर दिया गया है। - स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं :
प्राथमिक स्कूलों को पहले ही बंद कर दिया गया था। अब ग्रैप-4 के तहत 10वीं और 12वीं के छात्रों को छोड़कर बाकी सभी कक्षाएं ऑनलाइन संचालित की जाएंगी।
सीएम आतिशी का निर्देश
दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में सभी स्कूलों को अगले आदेश तक ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने दिल्लीवासियों से प्रदूषण के खिलाफ सहयोग की अपील की है।
जनता से अपील
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्लीवासियों से सार्वजनिक परिवहन का अधिक से अधिक उपयोग करने और गैर-आवश्यक गतिविधियों को सीमित रखने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए और कदम उठाने की जरूरत
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि केवल प्रतिबंध पर्याप्त नहीं हैं। दीर्घकालिक समाधान के लिए, कचरा जलाने, औद्योगिक प्रदूषण और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है।