Prajwal Revanna Case News Updates: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और कर्नाटक के हासन सीट से जेडी(एस) के लोकसभा सांसद प्रज्वल रेवन्ना यौन उत्पीड़न मामले में 31 मई को विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश होंगे। उन्होंने दावा किया है कि वह डिप्रेशन से पीड़ित थे। कई महिलाओं ने रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और कुछ समय पहले उनके कई सेक्स टेप सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसके बाद कर्नाटक की राजनीति में भूचाल आ गया था। इस मामले के सामने आने के बाद रेवन्ना विदेश भाग गए थे।
सांसद प्रज्वल रेवन्ना का कहना है, ”मुझे गलत मत समझिए, मैं 31 मई को सुबह 10 बजे एसआईटी के सामने पेश होऊंगा और सहयोग करूंगा। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।” मेरे खिलाफ ये सभी मामले झूठे हैं। मुझे कानून पर भरोसा है।” 33 वर्षीय हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना जेडीएस संरक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं। यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद रेवन्ना 26 अप्रैल को देश छोड़कर जर्मनी भाग गए थे। इस मामले में कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष जेडीएस और बीजेपी पर हमला बोल रहा है।
प्रज्वल रेवन्ना ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि वह डिप्रेशन में थे। उन्होंने अपने ठिकाने का खुलासा न करने के लिए जेडीएस नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से माफ़ी भी मांगी। उन्होंने कहा, “मैं अपने परिवार के सदस्यों, अपने कुमारन्ना (एचडी कुमारस्वामी) और पार्टी कार्यकर्ताओं से विदेश में अपने ठिकाने के बारे में उचित जानकारी न देने के लिए माफ़ी मांगना चाहता हूं। 26 अप्रैल को जब चुनाव खत्म हुए थे तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था। मेरे जाने के दो या तीन दिन बाद मैंने यूट्यूब पर अपने खिलाफ ये आरोप देखे। मैंने अपने वकील के ज़रिए एसआईटी से सात दिन का समय मांगा है।”
हाल ही में एचडी देवेगौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना को एक पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि वे जहां भी हैं, वहीं से लौट आएं। उन्होंने लिखा, “मैं केवल एक ही काम कर सकता हूं। मैं प्रज्वल को सख्त चेतावनी दे सकता हूँ और कह सकता हूँ कि वह जहाँ भी है वहाँ से वापस आ जाए और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दे। उसे खुद को कानूनी प्रक्रिया के अधीन करना होगा। यह कोई अपील नहीं है जो मैं कर रहा हूँ, यह एक चेतावनी है जो मैं जारी कर रहा हूँ।” एक दिन बाद कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने जवाब देते हुए कहा कि अभी कोई भी चेतावनी जारी करना व्यर्थ है। सिद्धारमैया ने यह भी आरोप लगाया कि एचडी देवेगौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना को देश छोड़कर भागने की सलाह दी।
देवेगौड़ा के ‘चेतावनी पत्र’ के बारे में पत्रकारों से बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा, ‘अब पत्र लिखने और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा करने का कोई मतलब नहीं है। यह एचडी देवेगौड़ा ही थे जिन्होंने अपने पोते प्रज्वल रेवन्ना को इस देश से बाहर भेजा और उसकी रक्षा कर रहे हैं।’ दूसरी ओर, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि वह देवेगौड़ा के पारिवारिक मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, “पूर्व पीएम द्वारा अपने पोते को लिखा गया पत्र उनका पारिवारिक मामला है। मैं व्यक्तिगत मामलों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।”