Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में ‘कुम्भ की आस्था और जलवायु परिवर्तन’ पर जलवायु सम्मेलन की तैयारी जोरों पर
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में 16 फरवरी को आयोजित ‘कुम्भ की आस्था और जलवायु परिवर्तन’ सम्मेलन की तैयारियां तेज हैं, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इसमें 450 धर्मगुरु और 140 से अधिक विशेषज्ञ पर्यावरण संरक्षण, गंगा स्वच्छता और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करेंगे। प्रतिभागियों की सुविधा के लिए हवाई अड्डों और सम्मेलन स्थल पर हेल्प डेस्क और ट्रैफिक प्रबंधन की विशेष व्यवस्था की गई है। स्वच्छता अभियान तेज कर दिया गया है, और प्रमुख सचिव वन अनिल कुमार सहित अधिकारी तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में 16 फरवरी को प्रस्तावित ‘कुम्भ की आस्था और जलवायु परिवर्तन’ विषय पर जलवायु सम्मेलन की तैयारियां तेज हो गई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह ने इस महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि इस सम्मेलन का शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस महत्वपूर्ण आयोजन की सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं, जिससे प्रतिभागियों और अतिथियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
450 धर्मगुरु और 140 स्पीकर्स करेंगे सहभागिता
बैठक में बताया गया कि सम्मेलन में 450 से अधिक धर्मगुरु और विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। इनमें से 140 से अधिक स्पीकर्स और डेलीगेट्स ने अपनी सहभागिता की पुष्टि कर दी है। सम्मेलन में पर्यावरण संरक्षण, गंगा नदी की स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, तथा धार्मिक आयोजनों में पर्यावरण के अनुकूल व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी।
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प्रतिभागियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सम्मेलन में भाग लेने वाले अतिथियों और आमंत्रितों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं ताकि मेला क्षेत्र और प्रयागराज शहर में जाम की स्थिति न बने।
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प्रतिभागियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज और लखनऊ हवाई अड्डों पर ट्रैवल डेस्क स्थापित की गई है। साथ ही, सम्मेलन स्थल पर भी एक हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है, जहां से सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
साफ-सफाई और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान
मुख्य सचिव ने इस दौरान मेला क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए। महाकुंभ क्षेत्र में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है ताकि आयोजन स्थल स्वच्छ और सुंदर बना रहे। साथ ही, सम्मेलन में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विषयों पर भी विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें विभिन्न विशेषज्ञ जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और समाधान पर चर्चा करेंगे।
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महत्वपूर्ण अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में प्रमुख सचिव वन श्री अनिल कुमार सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा, प्रयागराज प्रशासन और मेला प्राधिकरण प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े और सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की।
महाकुंभ में ऐतिहासिक पहल
जलवायु परिवर्तन आज वैश्विक चिंता का विषय बना हुआ है, और इस मुद्दे को महाकुंभ जैसे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन से जोड़कर एक नई पहल की जा रही है। इस सम्मेलन के माध्यम से धर्मगुरु, वैज्ञानिक, पर्यावरणविद और नीति-निर्माता एक मंच पर आकर इस महत्वपूर्ण विषय पर विचार-विमर्श करेंगे।
16 फरवरी को आयोजित होने वाले इस सम्मेलन से न केवल पर्यावरण संरक्षण को लेकर जन-जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि महाकुंभ में स्वच्छता और हरित पहल को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
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