Hathras Satsang Stampede Case: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने और घायलों का हाल जानने के लिए शुक्रवार सुबह अलीगढ़ और फिर हाथरस पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
राहुल गांधी सुबह 5 बजे दिल्ली से निकले। दो घंटे की सड़क यात्रा के बाद वे सुबह 7 बजे पिलखना पहुंचे। इस गांव की तीन महिलाओं और एक छह साल के बच्चे की मौत हो गई थी। यहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से 40 मिनट तक मुलाकात की। इसके बाद पिलखना से वे हाथरस के नवीपुर के पास विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका दर्द बांटा।
इससे पहले यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए इस हादसे के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने सवाल उठाया कि जब यह पता था कि इतने लोग आने वाले हैं तो पहले से बेहतर इंतजाम क्यों नहीं किए गए।
बुधवार को सीएम ने किया था दौरा
इस घटना के बाद हाथरस में विपक्ष के किसी वरिष्ठ नेता का यह पहला दौरा है। इससे पहले बुधवार 3 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचे थे और अस्पताल में घायलों से मिले थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को मामले की जल्द से जल्द जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। सीएम ने कहा था कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। बता दें कि, मंगलवार 2 जुलाई की दोपहर को हाथरस में एक कथित संत के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे।
अब तक पुलिस ने की ये कार्रवाई
इस मामले में हादसे के अगले दिन यानी बुधवार 3 जुलाई को पुलिस ने ‘भोले बाबा’ के मुख्य सेवादार और आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में बाबा के 6 करीबियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। ये सभी आयोजन समिति के सदस्य हैं और सेवादार के तौर पर काम करते थे। मुख्य आयोजक की तलाश अभी भी जारी है। उस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।