नई दिल्ली। रविवार को आखिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम को इस्तीफा देना ही पडा। हिन्दू विरोधी होने व हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करने पर उनकी कई दिनों से कड़ी आलोचना हो रही थी। राजेन्द्र पाल गौतम केजरीवाल मंत्रिमंडल में सामाजिक न्याय एवं सहकारिता विभाग (अनुसूचित जाति-जनजाति) के मंत्री थे।
केजरीवाल के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने कई दिन पूर्व कहा था कि वे किसी हिन्दू देवी देवता को नहीं मानते। उन्होने एक कार्यक्रम में धम्म दीक्षा लेने के समय इस तरह की शपथ ली थी। गुजरात में बीजेपी इसी को आधार बनाकर केजरीवाल पर हमलावर थी।
यह भी पढेंः उद्धव गुट की फजीहतः ठाकरे के हाथ से पहले सत्ता, फिर पार्टी और अब चिन्ह भी गया !
राजेन्द्र पाल गौतम के बयानों के कारण मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी काफी असहज थे। लेकिन चाहकर भी उन्होने खुद अथवा अपनी पार्टी के प्रवक्ताओं के माध्यम से कोई सफाई नहीं दी थी। भाजपा इस मुद्दे को लेकर काफी मुखर थी। वह केजरीवाल को लगातार कठघरे में खड़ा कर रही थी।
गुजरात में केजरीवाल को जनसभा में भाग लेने पर काफी विरोध झेलना पड़ रहा था। हिन्दू विरोधी शपथ के कारण पार्टी की किरकिरी होते देख आखिर सामाजिक न्याय एवं सहकारिता विभाग (अनुसूचित जाति-जनजाति) के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम को पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।