Road accidents wreak havoc in Uttarakhand: उत्तराखंड के लिए नवंबर का महीना सड़क हादसों का दर्दनाक मंजर लेकर आया। बीते 15 दिनों में राज्य में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इन हादसों ने जहां एक ओर परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया, वहीं प्रशासन की कार्यप्रणाली और यातायात नियमों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अल्मोड़ा बस हादसा: 38 की मौत ने झकझोर दिया प्रदेश
नवंबर की शुरुआत अल्मोड़ा जिले में एक भीषण बस हादसे से हुई। सल्ट इलाके में यात्रियों से भरी एक बस गहरी खाई में गिर गई, जिसमें 36 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान दो और यात्रियों ने दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों की संख्या 38 तक पहुंच गई।
इस दुर्घटना ने न केवल राज्य को शोकग्रस्त किया, बल्कि यातायात व्यवस्था की खामियों को भी उजागर किया। बस क्षमता से अधिक यात्रियों को लेकर चल रही थी, और ड्राइवर मानसिक तनाव में था। इसके अलावा, सड़क की खराब हालत ने हादसे को और भयावह बना दिया।
देहरादून ओएनजीसी चौक हादसा: युवाओं की मौत से बढ़ा गम
अल्मोड़ा बस हादसे के दर्द से उबरने से पहले ही, देहरादून में 11 नवंबर की रात एक और भीषण दुर्घटना हुई। ओएनजीसी चौक पर एक तेज रफ्तार इनोवा कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में कार में सवार 6 छात्रों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल है।
मृतक छात्रों की उम्र 19 से 24 वर्ष के बीच थी। बताया गया कि ये छात्र रात में पार्टी के बाद लॉन्ग ड्राइव पर निकले थे। इस हादसे में गाड़ी के परखच्चे उड़ गए, और घटना ने राज्य को हिला कर रख दिया।
रुड़की: शादी की खुशियां मातम में बदलीं
14 नवंबर को रुड़की के मंगलौर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब बारातियों से भरी स्कॉर्पियो पलट गई। इस हादसे में 5 युवकों की मौत हो गई, और 3 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। खुशी के माहौल में हुए इस हादसे ने परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया।
हरिद्वार-लक्सर मार्ग पर तीर्थयात्रियों की बस दुर्घटना
15 नवंबर को हरिद्वार-लक्सर मार्ग पर राजस्थान से आए तीर्थयात्रियों की एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस में सवार यात्री कार्तिक पूर्णिमा के गंगा स्नान के लिए जा रहे थे। इस हादसे में कई यात्री घायल हो गए।
उत्तरकाशी में बोलेरो खाई में गिरी: पिता-बेटी की मौत
15 नवंबर को उत्तरकाशी में एक बोलेरो वाहन के खाई में गिरने से पिता और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर में भर्ती किया गया।
आशारोड़ी चेक पोस्ट पर मल्टी-व्हीकल हादसा
देहरादून के आशारोड़ी चेक पोस्ट पर चेकिंग के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ। छह वाहन आपस में टकरा गए, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
अन्य दुर्घटनाएं: बाइक, ट्रक और ऑटो की टक्कर
देहरादून में रिस्पना पुल पर 14 नवंबर को एक ट्रक और ऑटो की जोरदार टक्कर हुई, जिसमें ऑटो चालक की मौत हो गई। वहीं, रेलवे कॉलोनी में एक तेज रफ्तार बाइक ने महिला को टक्कर मार दी, जिससे महिला की मौत हो गई।
सुधार की जरूरत और प्रशासन की जिम्मेदारी
इन हादसों ने राज्य में यातायात सुरक्षा और सड़कों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। अधिकतर दुर्घटनाओं के पीछे तेज रफ्तार, क्षमता से अधिक सवारियां, खराब सड़कें और वाहनों की स्थिति जिम्मेदार रही।
इन घटनाओं के बाद राज्य प्रशासन को यातायात नियमों के कड़ाई से पालन और सड़कों की बेहतर स्थिति सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। नवंबर का यह भयावह आंकड़ा न केवल चिंताजनक है, बल्कि यह राज्य के नागरिकों की सुरक्षा पर मंडराते खतरे का स्पष्ट संकेत भी है।