Sambhal News: जेल से कराया रिहा , सुपारी दी, जहरीला इंजेक्शन लगा करवाई हत्या… संभल के बीजेपी नेता गुलफाम यादव हत्या कांड़ में बड़ा खुलासा
उत्तर प्रदेश के संभल में बीजेपी नेता गुलफाम सिंह यादव हत्याकांड का खुलासा हो गया है. जिले के थाना जुनावई क्षेत्र (Junawi Area) में हुई इस वारदात के पीछे पुलिस ने ब्लॉक प्रमुखी को लेकर चल रहे विवाद को प्रमुख कारण बताया है. मामले में पुलिस (Police) ने मुख्य साजिशकर्ता महेश यादव समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल में बीजेपी नेता गुलफाम सिंह यादव हत्याकांड का खुलासा हो गया है. जिले के थाना जुनावई क्षेत्र (Junawi Area) में हुई इस वारदात के पीछे पुलिस ने ब्लॉक प्रमुखी को लेकर चल रहे विवाद को प्रमुख कारण बताया है. मामले में पुलिस (Police) ने मुख्य साजिशकर्ता महेश यादव समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आइए जानते हैं कि किस तरीके से साजिश रचकर गुलफाम यादव को मौत के घाट उतारा गया?
4 साल तक जेल में बंद रहने के बाद धर्मवीर उर्फ धम्मा जब 3 महीने पहले बाहर आया, तो उसकी जिंदगी पहले जैसी नहीं थी। आर्थिक तंगी से जूझने वाला धर्मवीर अब बदल चुका था। जेल से रिहा होने के बाद उसकी रहने-सहने की स्थिति पूरी तरह बदल गई थी, जिससे पुलिस का शक और गहरा गया। धर्मवीर की रिहाई के बाद पुलिस को यह जानने की जरूरत महसूस हुई कि आखिर उसे जेल से बाहर निकालने में किसका हाथ था। उससे कौन कौन मिलने लगाया। जांच शुरू हुई तो पुलिस ने जेल से संपर्क कर उनसे मिलने आने वाले लोगों के बारे में मिलाई पर्ची के बारे में पता कराया। जिसमें महेश यादव का नाम सामने आया। जांच में पता चला कि उसकी जमानत के लिए पैसा महेश यादव ने खर्च किया था। महेश यादव का नाम सामने आते ही पुलिस ने उसके करीबियों पर नजर रखनी शुरू कर दी। इंजेक्शन के इस्तेमाल और हत्या की साजिश में धर्मवीर का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने धर्मवीर के रिश्तेदारों, उसके जमानतियों और पुराने मुकदमों में शामिल अन्य आरोपियों से पूछताछ शुरू की। पुलिस अब धर्मवीर व नेमपाल की तलाश कर रही है। वहीं मुकदमें में आरोपी बनाए गए फार्मासिस्ट मुकेश यादव की संलिप्तता अभी तक पुलिस को नहीं मिली है। पुलिस अभी भी उसकी जांच कर रही है।
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विकास के भी पुराने मुकदमें को खंगालेगी पुलिस
रामनिवास ने ही घटना में इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन की आपूर्ति की थी। विकास ने ही इसे रामनिवास तक पहुंचाया था। क्योंकि विकास ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि उसने करीब 8 साल पहले अपने पिता के हत्यारों को मारने के लिए इसी तरह के इंजेक्शन का इस्तेमाल किया था। अब पुलिस विकास द्वारा पूर्व में इस तरह के कृत्य और मुकदमें की वास्तविक पड़ताल शुरू कर दी है।
150 CCTV कैमरों की जांच, 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
गुलफाम की साइलेंट किलिंग के मामले की जांच जब आगे बढ़ी, तो पता चला कि हत्या में एक जहरीले इंजेक्शन का इस्तेमाल हुआ था। इस इंजेक्शन का नाम रामनिवास उर्फ नारद से जुड़ा था, जो बिलारी से यह खतरनाक इंजेक्शन लेकर आया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि महेश का करीबी नेमपाल, और नेमपाल का करीबी विकास इस साजिश में शामिल था।
हत्या के बाद अचानक संपर्क खत्म
जांच में पता चला कि हत्या के बाद धर्मवीर और महेश का आपस में संपर्क पूरी तरह खत्म हो गया था। सभी ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए थे, ताकि कोई भी लिंक पुलिस के हाथ न लगे। लेकिन सीसीटीवी कैमरों और तकनीकी जांच ने इस मामले की परतें खोल दीं।
अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर
हत्या के लिए नेमपाल की बाइक का इस्तेमाल हुआ था, और हत्या करने के बाद धर्मवीर और नेमपाल फरार हो गए। पुलिस की कई टीमें उनकी तलाश में जुटी हुई हैं, लेकिन वे अब तक गिरफ्त से बाहर हैं।
दस मार्च
जुनाबई थाना क्षेत्र के दबथरा हिमंचल गांव में भाजपा नेता गुलफाम को जहरीला इंजेक्शन शाम को लगाया। रात्रि में अलीगढ़ मेडीकल कालेज पहुंचने से पूर्व मौत हो गई। रात्रि में पोस्टमार्टम हुआ
11 मार्च
पुलिस शव घर पहुंचा और दोपहर में अंत्येष्टि हुई। पुत्र की तहरीर पर पुलिस ने ब्लाक प्रमुख समेत छह पर मुकदमा दर्ज किया। एसपी ने मामले की जांच के लिए आठ टीमों का गठन कर जांच शुरू की।
12 मार्च
पुलिस ने मुकदमें में हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर का नाम सामने आने पर उसे आधार बनाकर जांच शुरू की तो परत दर परत खुलती चली गई और गुत्थी सुलझने लगी।
जांच में ही सामने आया कि 19 नवंबर 2024 को बरेली सेंट्रल जेल (Bareilly Central Jail) से इसकी कहानी शुरू हुई
25 मार्च
पुलिस ने मुख्य आरोपी के साथ छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
BJP नेता गुलफाम की हत्या राजनीतिक रंजिश के चलते की गई। BJP नेता की तरफ से वह प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाह रहे थे। जिस कारण 4 माह पूर्व बरेली जेल में हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर से मुलाकात के बाद कहानी रची गई। मामले में ब्लाक प्रमुख, पिता समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। घटना में शामिल हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर उर्फ धम्मा और नेमपाल अभी फरार है। जल्द इनकी गिरफ्तारी की जाएगी। आरोपियों के आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।
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