Premananda Maharaj News: संत प्रेमानंद महाराज के आश्रम ने जारी किया चेतावनी संदेश, सोशल मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग
Sant Premanand Maharaj's Ashram issues warning message, misuse of Artificial Intelligence on social media
वृंदावन के सुप्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज और उनके भक्तों के लिए सोशल मीडिया एक नई चिंता का सबब बन गया है। हाल ही में, संत के आश्रम ने एक आधिकारिक संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दुरुपयोग की ओर ध्यान आकर्षित किया है। यह संदेश संत के भक्तों को सतर्क रहने और संभावित धोखाधड़ी से बचने की सलाह देता है।
सोशल मीडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग
संत प्रेमानंद महाराज, जिनकी कीर्ति देश और विदेश में फैली हुई है, सोशल मीडिया पर विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। उनकी शिक्षाएं और भजन कई लोगों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। हालांकि, नई मीडिया तकनीकों के साथ आने वाली चुनौतियां भी नकारात्मक हो सकती हैं। हाल ही में, आश्रम ने सूचित किया कि कुछ अराजक तत्वों ने AI का दुरुपयोग करते हुए महाराज की आवाज की नकली रिकॉर्डिंग तैयार की है।
इन तत्वों ने महाराज की आवाज की नकल करके विज्ञापन और प्रचार सामग्री तैयार की है, जो विभिन्न उत्पादों का प्रचार कर रही है। इस सामग्री के माध्यम से लोग भ्रमित हो रहे हैं और अनजाने में उन उत्पादों को खरीद रहे हैं जो संत के नाम पर बेचे जा रहे हैं।
आश्रम की ओर से जारी चेतावनी
मथुरा के वृंदावन स्थित श्री हित राधा केली कुंज परिकर आश्रम ने हाल ही में एक सार्वजनिक चेतावनी जारी की है, जिसमें सोशल मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी की घटनाओं पर चिंता जताई गई है। आश्रम की ओर से कहा गया है कि कुछ अराजक तत्व पूज्य महाराज जी की आवाज की नकली नकल कर अपने उत्पादों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। यह वीडियो और विज्ञापनों के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे भक्तों को भ्रमित किया जा रहा है। आश्रम ने अपने अनुयायियों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए सावधानी बरतें।
भक्तों के लिए सलाह
आश्रम की ओर से जारी संदेश में भक्तों को सलाह दी गई है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें और किसी भी संदिग्ध सामग्री को नजरअंदाज करें। इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों से निपटने के लिए सभी को सजग रहना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि वे किसी भी फर्जी सामग्री का शिकार न हों।
संत प्रेमानंद महाराज का यह संदेश न केवल उनके भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं को भी सतर्क रहने की आवश्यकता की याद दिलाता है। इस डिजिटल युग में, जहां तकनीक की शक्ति अद्भुत है, वहीं इसके दुरुपयोग के संभावित खतरे भी हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।