Kanwar Yatra Controversy: यूपी के सीएम ने कांवड़ यात्रा से पहले दुकानों में नेम प्लेट लगाने का आदेश जारी किया है। इस पर राजनीति गरमा गई है। वहीं, सावन के महीने में बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। वे महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में स्थापित भगवान शिव को जल और बेलपत्र चढ़ाने आते हैं। इसे लेकर बोधगया के स्थानीय दुकानदारों ने आपसी सौहार्द की मिसाल पेश की है। हिंदू और मुस्लिम दुकानदारों ने स्वेच्छा से फलों की दुकानों के आगे अपनी नेम प्लेट लगा दी है।
क्या कहा फल विक्रेता ने?
फल विक्रेता भीम मालाकार ने बताया कि पर्यटन सीजन में विदेशी पर्यटक बोधगया आते हैं। सावन के महीने में कुछ श्रद्धालु देवघर से भी बोधगया आकर पूजा-अर्चना करते हैं। दुकान के सामने नेम प्लेट लगाना अच्छी पहल है। सभी धर्मों के ग्राहक फल खरीदते हैं। स्थानीय निवासी ओम प्रकाश साहू ने बताया कि स्थानीय दुकानदारों ने आपसी सौहार्द की मिसाल कायम की है।
यूपी सरकार के आदेश पर मचा हुआ है बवाल
आगे उन्होंने बताया कि सभी धर्मों के ग्राहक सभी दुकानदारों से फल और अन्य खाद्य सामग्री खरीदते हैं। इससे उस दुकान की भी पहचान हो जाती है, जहां से ग्राहक ने फल खरीदा है। वहीं आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। योगी सरकार ने कहा है कि यात्रा मार्ग पर दुकानों के संचालक या मालिक को अपनी पहचान लिखनी होगी। आदेश में कहा गया है कि सभी दुकानें और ठेले अपना नाम लिखें, ताकि कांवड़ यात्रियों को पता चल सके कि वे किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं। इस आदेश के बाद पूरे देश में सियासत गरमा गई है।