ट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबर

Repo Rate और महंगाई पर RBI का बड़ा फैसला, जानिए RBI गवर्नर ने स्टेटमेंट में कौन-सी कही खास बातें

RBI MPC Meeting Decision : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक आज खत्म हो गई है। यह 4 अक्टूबर को शुरू हुई थी। इसके बाद आज RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में लिये गए फैसलों के बारे में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी साझा की है।

RBI MPC Meeting Decision

Read: Latest News Update in Hindi Hindi Samachar | News Watch India

भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने लोन लेने वालों को बड़ी राहत दी है। RBI MPC की बैठक में प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है। इस तरह रेपो रेट को 6.50% पर बरकरार रखा गया है। RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक (RBI MPC meeting) 4 अक्टूबर से शुरू हुई थी, जो 6 अक्टूबर यानि आज खत्म हो गई है। इस बैठक में REPO rate, महंगाई, GDP Growth और दूसरे आर्थिक मुद्दों पर चर्चा हुई है। बैठक पूरी होने पर 6 अक्टूबर यानि आज RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने RBI MPC के फैसलों के बारे में बताया है।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत दुनिया का नया ग्रोथ इंजन बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। साथ ही दास ने कहा कि उच्च महंगाई ग्रोथ के लिए एक बड़ा खतरा है।

4 बार से नहीं हुआ रेपो रेट में बदलाव

लगातार चौथी बार आरबीआई ने रेपो रेट को अपरिवर्तित रखा है। इससे लोन पर ब्याज दरें प्रभावित नहीं होंगी। बैंक आमतौर पर रेपो रेट में बदलाव होने पर ही लोन की ब्याज दरों में बदलाव करते हैं। दूसरी तरफ अमेरिका में आगे ब्याज दरों में सख्त रुख के संकेत हैं। वहां लंबे समय तक ब्याज दरें उच्च बनी रह सकती हैं।

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने अपने स्टेटमेंट की शुरुआत कौटिल्य की बात के साथ की। उन्होंने कहा, ‘कौटिल्य ने 2000 से भी अधिक दशक पहले अपनी अर्थशास्त्र में कहा था कि स्थिरता राज्य के लिए न सिर्फ समृ्द्धि को समानता से बांटने, बल्कि इसे संवर्धित करने के भी द्वार खोलती है।’ आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपने स्टेटमेंट में कौन-सी खास बातें कहीं।

  • RBI गवर्नर ने कहा कि भारत दुनिया का नया ग्रोथ इंजन बनने की ओर आगे बढ़ रहा है।
  • शक्तिकांत दास ने महंगाई को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उच्च महंगाई ग्रोथ के लिए एक बड़ा खतरा बनती है। उन्होंने कहा, ‘ओवरऑल महंगाई परिदृश्य पर खरीफ की बुआई में गिरावट, लोअर रिजर्व ऑयल लेवल्स, Globle food और energy कीमतों में अनिश्चितताओं के बादल छाए हुए हैं।’
  • दास ने कहा कि सितंबर में भारत के सर्विस सेक्टर ने 13 साल की सबसे अधिक ग्रोथ रेट दर्ज की है। डिमांड में मजबूती से नए व्यापार अवसरों में पर्याप्त ग्रोथ के चलते ऐसा हुआ। ओवरऑल बिजनस सेंटीमेंट में सुधार से रोजगार की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
  • वहीं, नए ऑर्डर्स में कमी के चलते सितंबर में मैन्यूफैक्चरिंग ऑपरेशंस 5 महीने के निम्न स्तर पर रहे। मैन्यूफैक्चिंग पीएमआई सितंबर में गिरकर 57.5 पर रही। यह अगस्त में 58.6 पर थी।
  • RBI गवर्नर ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स (Urban cooperative banks) के संबंध में गोल्ड लोन (gold loan) की लिमिट को 21,000 से बढ़ाकर 41,000 कर दिया है।
  • दास ने कहा कि पेमेंट्स इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड स्कीम (PIDF) को दो साल के लिए बढ़ा दिया गया है। अब यह पीएम विश्वकर्मा स्कीम के लाभार्थियों को भी कवर करेगी।
  • दास ने कहा कि आरबीआई एमपीसी बैठक में चालू वित्त वर्ष की रियल जीडीपी ग्रोथ का पूर्वानुमान 6.5 फीसदी बताया गया। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ का पूर्वानुमान 6.6 फीसदी लगाया गया है।
  • महंगाई के पूर्वानुमान में बताया जाए तो यह चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए 6.4 %, तीसरी तिमाही के लिए 5.6 % और चौथी तिमाही के लिए 5.2 % बताया गया है। वहीं, यह अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए 5.2 % है। RBI गवर्नर ने आगे कहा कि कोर इन्फ्लेशन में और गिरावट की आवश्कता है। उन्होंने कहा की महंगाई खाद्य वस्तुओं की कीमतों में उछाल के चलते है।
  • RBI गवर्नर दास ने कहा कि तेल के झटकों से होने वाले नुकसान से बचने के लिए मौद्रिक नीति पूरी तरह से तैयार होनी चाहिए।
  • दास ने कहा कि 29 सितंबर तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 586.9 अरब डॉलर का था। साथ ही उन्होंने कहा कि I-CRR को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है।
Prachi Chaudhary

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button