Ladakh River Accident: लद्दाख में सेना के जवानों के अभ्यास के दौरान एक बेहद दुखद घटना घटी। जवान नदी में टैंकों के साथ अभ्यास कर रहे थे, तभी अचानक पानी का स्तर बढ़ गया और पांच जवान तेज बहाव में बह गए। जानकारी के मुताबिक, सिर्फ एक शव ही बरामद किया जा सका है। बाकी जवानों के शव अभी तक नहीं मिल पाए हैं।
टी-72 टैंक को नदी से बाहर निकाल लिया गया है। यह घटना एलएसी के पास न्योमा चुशूल इलाके में हुई। बताया गया कि रक्षा अधिकारी टैंक के साथ नदी पार करने का अभ्यास कर रहे थे। तभी अचानक नदी में बाढ़ आ गई। पांच सैनिकों की मौत के अलावा कई के घायल होने की भी खबर है। सेना के अधिकारियों का कहना है कि यह लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र की एक नदी है, जिसमें अभ्यास से पहले ज्यादा पानी नहीं था।
अधिकारियों का कहना है कि राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया है। बाकी चार जवानों के शवों के लिए भी सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। पिछले साल लद्दाख में सेना का एक वाहन खाई में गिर गया था। इसमें नौ जवान शहीद हो गए थे। बता दें कि कई बार बादल फटने या भूस्खलन के कारण पहाड़ी नदियों में जलस्तर अचानक बढ़ जाता है। ऐसे में बड़ा हादसा हो जाता है।
जानकारी के मुताबिक, शहीद हुए जवानों में एक जेसीओ भी शामिल है। सेना के पास 2400 टैंक हैं, जिनके साथ जवान अभ्यास कर रहे थे। भारतीय सेना लंबे समय से इन टैंकों का इस्तेमाल कर रही है। वहीं, लद्दाख में चीन की चुनौती के चलते सेना एलएसी के पास तैनात है। सेना ने एलएसी पर टैंक भी तैनात किए हैं। सेना ने इस क्षेत्र में लगभग 500 टैंक तैनात किये हैं।
रक्षा मंत्री ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में हुई इस घटना पर शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘लद्दाख में नदी पार करते समय हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में भारतीय सेना के 5 बहादुर जवानों की जान जाने से मुझे गहरा दुख हुआ है। हम देश के लिए अपने बहादुर जवानों की अनुकरणीय सेवा को कभी नहीं भूल पाएंगे। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है।’