Suicide Point: कभी Suicide Point था शेरशाह सूरी तालाब, कूड़े का ढेर होते देख नागरिकों ने किया पुर्नजीवित
कानपुर न्यूज (Kanpur News) शहर की एक ऐतिहासिक विरासत में शुमार शेरशाह सूरी तालाब इन दिनों कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुका है। इसी खराब हालात को सुधारने के लिए प्रशासन द्वारा कोई पहल न होने पर स्थानीय लोगों ने स्वयं साफ सफाई करके तालाब को जीवित करने का बीड़ा उठाया है।
कानपुर के रामादेवी इलाके में स्थित शेरशाह सूरी तालाब (Shershah Suri Pond) कभी सुसाइड प्वाइंट (Suicide Point) के नाम से जाना जाता था। इसकी उचित देखभाल न होने पर उपेक्षा के कारण यह कूड़े के ढेर में तालाब तब्दील गया था। लेकिन शंकर नगर के नागरिकों के प्रयास से पांच सौ वर्ष पुराना शेरशाह सूरी तालाब संरक्षण का अच्छी पहल है। अब यह तालाब सैर सपाटे का मुख्य आकर्षण केंद्र है।
शेरशाह सूरी तालाब की सुंदरता इस कदर आकर्षित करती है कि सुबह शाम लोग परिवार के साथ घूमने आते हैं। यहां कोई मछलियों को दाना डालता है तो कोई बत्तख खरगोश के साथ खेलता है। शेरशाह सूरी तालाब में रामादेवी से आगरा तक सुरंग का जिक्र है, लेकिन फिलहाल सुरंग बंद है। यहां तालाब के बगल बनी सीढ़ियों पर एक स्थान पर सुरंग का नक्शा भी बना हुआ है।
तालाब का सौंदर्यकरण करा दिया गया। लेकिन नगर निगम द्वारा देखरेख पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। तालाब में फिटकरी चूना का छिड़काव न किए जाने पर व अत्यधिक सर्द पड़ने से तालाब के पानी में ऑक्सीजन की कमी हो जाने की वजह से एक सप्ताह के भीतर सैकड़ों मछलियां मर चुकी।
स्थानीय निवासी दिलीप शर्मा ने बताया कि तालाब में 4 पंप लगे हैं। उनका कहना है कि ये पंप पानी को फिल्टर करते हैं । ये पंप खराब पड़े हुए हैं। लेकिन नगर निगम (Nagar Nigam) तालाब पर ध्यान नहीं दे रहा है। जिसकी वजह से तालाब में गंदगी का सैलाब है। उनका कहना कि तालाब के पानी में ऑक्सीजन की कमी हो रही है। इस वजह से मछलियों की मौत होना दुखद है।