Tamanna Bhatia News: ED की पूछ-ताछ के बाद परिवार के साथ कामाख्या देवी मंदिर पहुंचीं तमन्ना भाटिया
Tamanna Bhatia News: Tamanna Bhatia reached Kamakhya Devi temple with family after ED interrogation
Tamanna Bhatia News: ईडी ने ‘HPZ Token’ मोबाइल ऐप मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अभिनेत्री तमन्ना भाटिया से पूछताछ की गई है। यह पूछताछ गुवाहाटी में हुई। अभिनेत्री गुवाहाटी में थीं और और अब वो कामाख्या देवी के दर्शन के लिए अपनी मां के साथ पहुंची हैं। वहां से तमन्ना के कई वीडियोज वायरल हुए हैं।
तमन्ना भाटिया को बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस में से एक माना जाता है। उनके लुक और डांस मूव्स ने लाखों लोगों का दिल जीता है। लेकिन तमन्ना को फिलहाल कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ईडी ने ‘HPZ Token’ मोबाइल ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के बारे में गुवाहाटी में एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया से पूछताछ की। इन सबके बीच, एक्ट्रेस को कामाख्या देवी के दर्शन करते देखा गया है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस Tamannaah Bhatia ने शुक्रवार सुबह गुवाहाटी में नीलाचल पहाड़ियों के ऊपर स्थित कामाख्या मंदिर का दौरा किया और प्रसिद्ध शक्ति मंदिर में पूजा-अर्चना की। तमन्ना के साथ उनकी मां भी थीं, जिन्होंने देवी कामाख्या के सामने प्रार्थना की। एक्ट्रेस ईडी की चल रही जांच के लिए गुवाहाटी में थीं। एक सट्टेबाजी ऐप से जुड़े होने के सिलसिले में गुरुवार को उनसे 8 घंटे की मैराथन पूछताछ की गई। ‘एचपीजेड टोकन’ नाम के एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से उनके कथित लिंक की ईडी द्वारा जांच की जा रही है, जिस पर क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के जरिए रिटर्न का वादा करके निवेशकों को धोखा देने का आरोप है।
क्या है तमन्ना भाटिया का मामला?
यह मामला बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा हुआ है। ईडी ने मार्च 2024 में एक आरोप पत्र दायर किया, जिसमें इस साइबर क्राइम ऑपरेशन के तहत मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कुल 299 संस्थाओं पर आरोप लगाया गया।
हो रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
तमन्ना को कथित तौर पर ऐप का प्रचार करने के लिए मोटे पैसे मिले थे। मनी लॉन्ड्रिंग के लिए मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके खिलाफ कोई ‘अभियोगात्मक’ (Accusative) आरोप नहीं लगाए गए हैं।
तमन्ना भाटिया की पहली फिल्म
तमन्ना भाटिया के करियर की बात करें तो उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री से अपनी जर्नी की शुरूआत की थी, जहाँ वे सबसे ज़्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में से एक बन गईं और संतोषम फिल्म पुरस्कार और SIIMA पुरस्कार सहित कई पुरस्कार जीते। उनकी पहली हिंदी फ़िल्म ‘चंदा सा रोशन चेहरा’ 2005 में रिलीज़ हुई थी।