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Delay in Central Funds: तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने की दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात

Tamil Nadu CM Stalin met PM Modi in Delhi

Delay in Central Funds: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Tamil Nadu) एम.के. स्टालिन (M.K. Stalin) ने शुक्रवार 27 सितंबर, 2024 को नई दिल्ली (New Delhi) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात की और उन्हें तीन मांगों वाला एक ज्ञापन सौंपा।

चेन्नई मेट्रो रेल चरण-II परियोजना के कार्यान्वयन के लिए केंद्र (Center) और तमिलनाडु सरकारों (Tamil Nadu Governments) के बीच 50:50 इक्विटी साझेदारी (Equity Partnership) के आधार पर अनुमोदन, समग्र शिक्षा (Holistic Education) के तहत धनराशि जारी करना और भारतीय मछुआरों (Indian Fishermen) के पारंपरिक मछली (Traditional Fish) पकड़ने के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए एक स्थायी समाधान।

स्टालिन ने कहा कि, राजकोषीय उत्तरदायित्व (Fiscal Responsibility) और बजट प्रबंधन (Budget Management) अधिनियम के तहत राज्य सरकार (State Government) के सामने आई वित्तीय बाधाओं (Financial Constraints) के कारण चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना (Chennai Metro Rail Project) की प्रगति धीमी हो गई है। उन्होंने कहा कि, पिछले वर्ष की मंदी चालू वित्त वर्ष (Recession Current Financial Year) को प्रभावित कर रही है, जिससे कुल परियोजना व्यय 8,000 करोड़ रुपये तक सीमित हो गया है।

ज्ञापन में कहा गया है, “परिणामस्वरूप, अलग-अलग चरणों की कमीशनिंग तिथियों (Commissioning Dates) में लगभग एक वर्ष की देरी हो रही है, जिससे अंतिम समापन तिथि दिसंबर 2027 से दिसंबर 2028 तक खिसक गई है।”

चरण-II परियोजना के लिए, चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड (CMRL) को ₹33,593 करोड़ का मुख्य ऋण और ₹17,434 करोड़ का अधीनस्थ ऋण सुरक्षित (Secured Subordinated Debt) करने की आवश्यकता थी। संगत इक्विटी योगदान (Corresponding Equity Contribution) के बिना, यह एक प्रतिकूल ऋण-से-इक्विटी अनुपात के परिणामस्वरूप होगा, जो संभावित रूप (Potential Forms) से सीएमआरएल को एक चालू चिंता के रूप में अस्थिर बना देगा। यदि परियोजना को सार्वजनिक निवेश बोर्ड (Public Investment Board) द्वारा अनुशंसित धन (Funds) प्राप्त होता है, तो सीएमआरएल को ₹10,814.8 करोड़ का इक्विटी निवेश (Equity Investments) मिलेगा।

स्टालिन ने तर्क दिया, “हालांकि, एक राज्य-क्षेत्रीय परियोजना (State-Territorial Project) के रूप में, अकेले राज्य सरकार द्वारा यह इक्विटी निवेश संभव नहीं है क्योंकि यह कंपनी के स्वामित्व ढांचे (Ownership Structure) को प्रभावित करेगा। इसलिए, दोनों सरकारों द्वारा समान इक्विटी भागीदारी बिल्कुल आवश्यक है।”

समग्र शिक्षा निधि और एनईपी

समग्र शिक्षा (Holistic Education) के लिए परियोजना अनुमोदन बोर्ड (Project Approval Board) ने 2024-25 के लिए 4,305.66 करोड़ रुपये के परिव्यय को मंजूरी दी है, जिसमें तमिलनाडु (Tamil Nadu) के लिए 3,585.99 करोड़ रुपये की प्रतिबद्ध देनदारी (Committed Liability) शामिल है। स्टालिन ने कहा कि, इसमें से 60 प्रतिशत की केंद्रीय हिस्सेदारी 2,151.59 करोड़ रुपये है। मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य परियोजना निदेशालय, तमिलनाडु से 30 अप्रैल, 2024 को पहली किस्त निधि (25 प्रतिशत) जारी करने का प्रस्ताव भेजे जाने के बावजूद, अभी तक कोई राशि जारी नहीं की गई है।”

जहां तक ​​केंद्र सरकार की उस स्थिति का सवाल है, जिसमें सभी राज्यों से प्रधानमंत्री के स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (PM SHRI) योजना के तहत स्कूल स्थापित करने और एक समझौता ज्ञापन (MoU) को औपचारिक रूप देने का आग्रह किया गया है, श्री स्टालिन ने बताया कि एक खंड में कहा गया है कि राज्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 के सभी प्रावधानों को पूरे राज्य में लागू करेंगे।

स्टालिन ने रेखांकित किया कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy), 2020 के बारे में तमिलनाडु की चिंता मुख्य रूप (Concern is Primarily) से नीति के खंड (Clauses of the Policy) 4.12 में प्रस्तुत तीन-भाषा फार्मूले से संबंधित है। “ऐतिहासिक रूप से, तमिलनाडु राज्य (Tamilnadu State) की सांस्कृतिक पहचान की रक्षा करने और छात्रों की वैश्विक भाषाओं (Global Languages) में दक्षता सुनिश्चित करने के लिए दो-भाषा फार्मूले तमिल (Tamil) और अंग्रेजी (English) का पालन करता रहा है।”

यह देखते हुए कि शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) ने राज्य के अनुरोध पर सहमति नहीं जताई है और चल रहे समग्र शिक्षा (Holistic Education) के लिए 2024-25 के लिए धनराशि जारी नहीं की है, श्री स्टालिन ने तर्क दिया कि धनराशि जारी न करने से देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों (Progressive States) में से एक की भावी पीढ़ियों (Future Generations) को आकार देने में केंद्र सरकार की भूमिका कम हो जाएगी।

“इसलिए, एनईपी-2020 में शामिल तीन-भाषा फार्मूले के संबंध में राज्य के वास्तविक अनुरोध (Actual Request) पर कृपया विचार किया जा सकता है। तमिलनाडु राज्य भाषा फार्मूले के संबंध में राज्य को संवैधानिक संरक्षण (Constitutional Protection) को शामिल करते हुए न्यूनतम संशोधनों (Minimal Modifications) के साथ पीएम मोदी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है।”

मछुआरों के अधिकार

पारंपरिक मछली पकड़ने वाले क्षेत्र (Traditional Fishing Areas) में भारतीय मछुआरों के अधिकारों की सुरक्षा पर तमिलनाडु की स्थिति को दोहराते हुए, श्री स्टालिन ने इस संबंध में अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को याद किया। उन्होंने कहा कि, श्रीलंका सरकार (Sri Lankan Government) द्वारा जब्त की गई नौकाओं के राष्ट्रीयकरण (Nationalisation of Yachts) की हालिया नीति एक अतिवादी कदम है। उन्होंने कहा कि, इससे राज्य के लाखों मछुआरों और उनके परिवारों की आजीविका और भविष्य प्रभावित होगा।

भारत (India) और श्रीलंका (Sri Lanka) के बीच मत्स्य पालन (Fisheries) पर संयुक्त कार्य समूह (JWG) की बैठक 29 अक्टूबर को कोलंबो (Colombo) में होने वाली है, इस पर स्टालिन ने कहा, “दोनों देशों के मछुआरों के बीच मछुआरा स्तर की वार्ता भी तत्काल आयोजित करना आवश्यक है, जो 2016 से आयोजित नहीं हुई है।” उन्होंने इस जटिल मुद्दे का स्थायी समाधान खोजने के लिए प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत हस्तक्षेप (Personal Intervention) का अनुरोध किया।

सोनिया गांधी से की स्टालिन ने मुलाकात

नई दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान स्टालिन ने शुक्रवार को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष (President of Congress Parliamentary Party) सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की। इस बैठक में डीएमके सांसद (DMK MP) टी.आर. बालू (T.R. Balu) और कनिमोझी (Kanimozhi) भी मौजूद थे।

Chanchal Gole

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