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Terror of Leopard in Tehri: टिहरी में गुलदार का आतंक, आंगन में खेल रहे मासूम को बनाया निवाला, ग्रामीणों में गुस्सा और दहशत

Terror of Leopard in Tehri: Terror of leopard in Tehri, turned innocent child playing in the courtyard into a morsel, anger and panic among villagers.

टिहरी, उत्तराखंड: राज्य के टिहरी जिले के पूर्वाल गांव में गुलदार ने आंगन में खेल रहे मासूम को निवाला बनाकर पूरे क्षेत्र में खौफ और मातम का माहौल पैदा कर दिया है। रविवार शाम को घनसाली के भिलंगना वन रेंज की पट्टी हिंदाव के पूर्वाल गांव में घटी इस दर्दनाक घटना से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। घटना के बाद, ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को गोली मारकर समाप्त करने की मांग की है।

घटना का विवरण: आंगन से उठा ले गया मासूम


घटना रविवार शाम करीब 5 बजे की है, जब पूर्वाल गांव के घंडियाल बीटा तोक में तीन साल का मासूम राजकुमार अपने परिवार के अन्य बच्चों के साथ घर के आंगन में खेल रहा था। तभी, घात लगाए गुलदार ने अचानक बच्चे पर हमला कर दिया और उसे अपने जबड़े में दबाकर उठाकर ले गया। अन्य बच्चों के चिल्लाने और शोर मचाने के बाद परिजन तुरंत बाहर आए, लेकिन तब तक गुलदार मासूम राजकुमार को लेकर जंगल की ओर निकल चुका था।

ग्रामीणों ने की खोजबीन, झाड़ियों में मिला बच्चे का शव


परिवार और ग्रामीणों ने तुरंत मिलकर बच्चे की खोजबीन शुरू की। थोड़ी ही दूरी पर, झाड़ियों के बीच उन्हें बच्चे का क्षत-विक्षत शव मिला। ग्रामीणों के अनुसार, गुलदार उस समय भी शव के पास ही मौजूद था। जब ग्रामीणों ने शोर मचाया तो गुलदार कुछ देर के लिए भाग गया, लेकिन वह बार-बार शव के पास आने की कोशिश करता रहा। इस भयावह दृश्य ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया।

परिवार में छाया मातम, ग्रामीणों में खौफ


मृतक मासूम राजकुमार के परिवार में मातम का माहौल है। ग्राम प्रधान संजय तिवारी ने बताया कि राजकुमार का परिवार मूल रूप से कोती बन गांव का निवासी है। उसकी मां अमरू मिस्त्री की बेटी की शादी कोती बन गांव में हुई है, लेकिन वह इन दिनों अपने मायके पूर्वाल गांव अपने बेटे राजकुमार के साथ आई हुई थी। इस दुखद घटना ने पूरे परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है। इससे पहले, इसी साल 23 जुलाई को भी पास के ग्राम पंचायत भोड़ गांव में नौ साल के एक बच्चे को इसी तरह गुलदार ने आंगन से उठा लिया था और निवाला बना लिया था।

गुलदार का आतंक: ग्रामीणों ने की नरभक्षी घोषित कर मार गिराने की मांग


घटना के बाद, ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को नरभक्षी घोषित कर उसे मारने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि वन विभाग जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं करता, तो वे स्वयं ही गुलदार को मारने के लिए कदम उठाने को मजबूर होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार अब तक कई बच्चों को अपना शिकार बना चुका है, और अगर इसे जल्द नहीं रोका गया तो और भी लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं।

वन विभाग का बयान और कार्रवाई


घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम को तत्काल गांव भेज दिया गया। वन रेंज अधिकारी आशीष नौटियाल ने बताया कि विभाग ने घटना के बाद क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और जल्द ही गुलदार को पकड़ने के लिए ट्रैपिंग के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विभाग इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और किसी भी प्रकार के नुकसान को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

क्षेत्र में दहशत का माहौल, सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी


पूर्वाल गांव की घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है। ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार के बढ़ते हमलों से अब वे अपने घरों में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। बच्चों को बाहर खेलने देने से डरते हैं, और रात के समय गांव में कोई भी अकेला बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करे और क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे।

समस्याओं का निराकरण जरूरी, मुआवजे की भी मांग


घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग भी की है। उनका कहना है कि वन विभाग को मृतक बच्चे के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए, ताकि वे इस मुश्किल समय में कुछ हद तक संभल सकें। साथ ही, उन्होंने गांव और आस-पास के क्षेत्रों में शूटर की तैनाती और गुलदार को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने की मांग की है।

Written By। Mansi Negi । National Desk। Delhi

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