UP Ghaziabad News:टीलामोड़ की वीभत्स घटना का हुआ पर्दाफाश, स्वॉट टीम और पुलिस ने खोली सिर विहीन शव की गुत्थी
The gruesome incident of Tilamod was exposed, SWAT team and police solved the mystery of the headless body
UP Ghaziabad News: टीलामोड़ क्षेत्र में पाई गई सिर विहीन लाश की खौफनाक कहानी ने क्षेत्र को सन्न कर दिया था। लेकिन अब, स्वॉट टीम ट्रान्स हिंडन जोन और टीलामोड़ पुलिस की कड़ी मेहनत और सूझबूझ ने इस भयावह रहस्य से पर्दा उठा दिया है। कानून की पैनी नजर और कड़ी जांच के आगे अपराधी घुटने टेकने को मजबूर हो गए। पुलिस ने इस निर्मम हत्या के मामले में दो खूँखार अभियुक्तों को धर दबोचा और उनके कब्जे से एक ऑटो रिक्शा, एक ई-रिक्शा और घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल छुरियां भी बरामद कीं।
एक खौफनाक रात्रि की दास्तान
22 जून 2024 की रात, जब पूरी दुनिया सो रही थी, उस वक्त लोनी भौपुरा रोड के किनारे एक निर्दयी खेल खेला जा रहा था। नाले के पास एक अज्ञात सिर विहीन शव का मिलना पूरे क्षेत्र में दहशत का सबब बना। पुलिस ने इस अमानवीय कृत्य को गंभीरता से लिया और फौरन जांच की कमान संभाली। अंधेरे में छिपे सच को उघाड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज, मुखबिर की जानकारी, और डिजिटल तरीकों का सहारा लिया गया।
अंधविश्वास का घिनौना चेहरा
गिरफ्तार अभियुक्त विकास उर्फ मोटा और धनज्य ने पूछताछ में खुलासा किया कि यह हत्या तंत्र-मंत्र के अंधविश्वास के चलते की गई। उन्होंने बताया कि पीड़ित को पहले शराब पिलाई गई और फिर गमछे से उसका गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। शव को छिपाने के लिए इसे ऑटो रिक्शा में रखकर जंगल में ले जाया गया, जहां उन्होंने सिर को धड़ से अलग कर दिया। इस सिर का इस्तेमाल तंत्र-मंत्र की क्रिया में करने का घिनौना इरादा था।
अपराधियों की पहचान
- विकास उर्फ मोटा: 24 वर्षीय, मूल निवासी मुजफ्फरपुर, बिहार। वर्तमान में दिल्ली के ताहिरपुर इलाके में रह रहा था।
- धनज्य: 25 वर्षीय, मूल निवासी मोतिहारी, बिहार। दिल्ली में ताहिरपुर में किरायेदार के रूप में रह रहा था।
फरार अपराधी
इस जघन्य अपराध में शामिल तीसरा अभियुक्त विकास उर्फ परमात्मा अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, लेकिन उसकी धरपकड़ के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस की सर्जिकल स्ट्राइक
टीलामोड़ पुलिस और स्वॉट टीम की त्वरित कार्रवाई ने न केवल अपराधियों को बेनकाब किया, बल्कि इस घटना ने कानून और व्यवस्था की प्रतिष्ठा को भी और मजबूत किया है। यह सफलता पुलिस की चुस्त और दुरुस्त रणनीति का नतीजा है, जो इस वीभत्स अपराध के अंधकार को चीरते हुए सच को सामने लाई है।
समाज के लिए चेतावनी
यह खौफनाक घटना अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के घिनौने चेहरे को उजागर करती है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून के सामने कोई भी अपराधी बच नहीं सकता, चाहे वह कितना भी शातिर क्यों न हो। इस घटना से समाज को सीख लेनी चाहिए कि अपराध का अंत सिर्फ विनाश ही होता है।