UP Bijnor News: अध्यापिका को सस्पेंड करने वाले मामले में तूल पकड़ा
The matter of suspending the teacher gained momentum
UP Bijnor News: बिजनौर उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक अध्यापिका के सस्पेंड होने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। अध्यापिका पर आरोप लगा था की स्कूल में तिलक लगाकर आने वाले बच्चों को तिलक लगाकर ना आने का फरमान जारी किया गया था। वही एक आरोप यह भी लगा था, दूसरे समुदाय के बच्चे टोपी पहनकर स्कूल आते हैं। इस मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कार्यवाही करते हुए स्कूल की अध्यापिका को सस्पेंड कर दिया था।
अध्यापिका के सस्पेंड होने के बाद छात्र छात्राओं में मायूसी छा गई। वह फूट-फूट कर रोने लगे, छात्र छात्राओं ने मांग करते हुए कहा था, की उनकी टीचर को स्कूल से ना हटाया जाए। देखते ही देखते वहां पर ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया और उन्होंने मांग कर डाली की अध्यापिका को स्कूल में नियुक्ति नहीं की गई तो वह अपने बच्चों का स्कूल से नाम कटवा लेंगे।,इसी मामले को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने न्यूज़ वॉच भारत की टीम को बताया स्कूल पर खण्ड शिक्षा अधिकारी जांच करने गये हुये है,जांच रिपोर्ट आने के बाद जो उचित होगा वही किया जायेगा। वहीं स्कूल पर ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
अभिभावकों का कहना है अध्यापिका आयशा को बहाल किया जाए। उनकी नियुक्ति इसी स्कूल में की जाए। पिछले 18 सालों से वह स्कूल में बच्चों को पढ़ा रही हैं। इतने लंबे समय के बाद भी आज तक उनकी कोई शिकायत नहीं है।बच्चों के अभिभावक स्कूल का गेट खुलवाने की मांग कर रहे हैं। स्कूल में अंदर जाने की इजाजत भीड़ में किसी को नहीं है। इस समय शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल के अंदर जांच पड़ताल कर रहे हैं। छात्र-छात्राओं से बातचीत कर रहे हैं। भनेड़ा उच्च प्राथमिक विद्यालय पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई।ग्रामीणों का आरोप है,उन्होंने अधिकारियों से बात करना चाहा।लेकिन अधिकारी उनसे बिना बात करे चले गए। इस बात को लेकर भी ग्रामीणों में नाराज़गी है।स्कूल के मुख्य अध्यापक राजेंद्र सिंह का कहना है,कि यह गांव वालों की साजिश है,यह मामला इतना बड़ा नहीं था जिसको तूल दिया गया।