मेरठ: शहर के इस्माइल नगर में करीब 300 साल पुराना मकान जर्जर होने के कारण उसकी छत भरभराकर गिर गयी, जिससे घर में मौजूद तीन लोग मामूली रुप से घायल हो गये। बताया गया है कि यह पुराना पुश्तैनी मकान में तीन भाइयों के हिस्सा था, लेकिन उसका बंटवारा न होने से कोई सा भाई उसकी मरम्मत नहीं करवा रहा था। मकान की हालत बहुत ही जर्जर होने के कारण हादसा हुआ है।
पीड़ित मोहम्मद मुर्तजा ने बताया कि यह उनका पुश्तैनी मकान है, लेकिन तीन भाईयों में आज तक बंटवारा नहीं हो पाया इसी चलते मकान वर्षों से ऐसे ही खड़ा है और खंडहर में भी तब्दील हो रहा है। सोमवार सुबह वे ऊपरी मंजिल पर सो रहे थे जबकि दूसरे भाईयों के बच्चे निचली मंजिलों में थे, ऐसे में अचानक से मकान की छत गिर गई, जिसमें परिवार के 3 लोग घायल हो गये।
यह हादसा मेरठ की कोतवाली क्षेत्र में हुआ। यह घर अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ था। उस समय मेरठ केवल 7 गेट के अंदर ही हुआ करता था।
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पुराना शहर होने के कारण वहां आबादी तो बढी, लेकिन आजादी के बाद यहां आधुनिक विकास नहीं हो पाया। पुराने शहर के रहने वाले लोगों ने पुराने घरों को आधुनिक बनवाने या फिर उनमें बदलाव करने में रुचि नहीं दिखायी, जिससे मेरठ का विस्तार होने के बावजूद पुराने मकान आज तक विकसित नहीं हो पाए। यहां बड़ी तादाद में आज भी कोतवाली इलाके में खस्ताहाल पुरानी इमारतें हैं जिनमें लोग रहते हैं, लेकिन वहां हर समय किसी भी हादसे होने की आशंका बनी रहती है।