Up Bijnor News: जिला कारागार में बन्दियों से मुलाकात पर्ची के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लाइन
There will be no need to stand in line for meeting slips of prisoners in the district jail.
UP Bijnor News: बिजनौर जिला कारागार में बंदियों से मुलाकात करने वाले परिजनों को अब पर्ची के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लंबी लाइन। अपने घर बैठकर मोबाइल से बनाए मुलाकात पर्ची। जिला कारागार पहुंचकर सीधे अपने बंदियों से करें मुलाकात। पहले बंदियों से मिलने के लिये,सुबह सवेरे कारागार पर पहुंचकर बनवानी पड़ती थी मुलाकात पर्चीया। जिला कारागार अधिकारियों ने बनाई एक बेहतर व्यवस्था,बंदियो से मुलाकात करने वालों का समय भी बचेगा और उन्हें अब भटकना भी नहीं पड़ेगा।
बिजनौर की ज़िला कारागार पर बंदियो से मुलाकात करने वाले लोगो को पर्ची के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना होगा। सभी मुलाकाती अपने घर पर बैठकर बना पाएंगे मुलाकात पर्ची। समय और पैसो की दोनों बचत होगी। इससे पहले सुबह 7:00 से ही मुलाकात पर्ची बनवाने के लिए कारागार पर ही पहुंचना पड़ता था। लोगों को अपना जरूरी काम काज छोड़कर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।कारागार में बंदियों से मुलाकात के लिए सबसे पहले मुलाकात पर्ची बनवानी पड़ती है। इसके लिए मुलाकात करने वालों को सुबह सात बजे से ही कारागार पर पहुंचना पड़ता था। मुलाकात पर्ची बनवाने के लिए एक लंबी लाइन लगाकर खड़े रहना पड़ता था।
मुलाकात करने वालों को जिला कारागार पर लंबी लाइन लगाने का हिस्सा नहीं बनना होगा। इसके लिए वह अपने मोबाइल से मुलाकात पर्ची बना सकते है। मुलाकात पर्ची बनाने के लिए गूगल पर जाकर राष्ट्रीय कारागार पोर्टल (National Prison Portal) को किलिक करना होगा। जिसमे नए आगंतुक पंजीकरण (New Visitor Registration) पर जाकर मुलाकाती और बंदी की जानकारी भरनी होगी। इसके बाद कारागार प्रशासन की ओर से एक पर्ची जारी की जाएगी। उसको डाउनलोड कर कारागार पर देना होगा। वही जेलर रविंद्र नाथ ने बताया कि इससे मुलाकात करने आने वालों को काफी आसानी होगी।उन्होंने बताया कि कारागार पर रविवार और अवकाश दिवस में मुलाकात नहीं होगी। ग्यारह बजे से पहले आवेदन कर जमा करे। मुलाकात करने वाले एक दिन पहले मुलाकात पर्ची के लिए कारागार के पोर्टल पर आवेदन करें। ताकि कारागार प्रशासन उसको समय से सत्यापन करें और मुलाकात करने वाले को पोर्टल से पर्ची जारी हो जाए।इस पर्ची को मुलाकात वाले दिन सुबह 11 बजे से पहले जमा करना होगा।मुलाकात की परमिशन होने के बाद मैसेज जाएगा।यदि कारागार प्रशासन सत्यापन के बाद मुलाकात स्वीकार करता है,तो मुलाकात करने वाले के मोबाइल नंबर पर एक मैसेज जाएगा।इसके बाद मुलाकाती के ई-मेल पर पर्ची पहुंच जाएगी।यदि कोई जानकारी गलत होगी तो मुलाकात नहीं हो पाएगी।
कारागार में बंदी से सिर्फ तीन लोग ही कर सकते है मुलाकात।जेलर रविंद्र नाथ ने बताया कि एक सप्ताह में विचाराधीन बंदी के लिए तीन मुलाकात,जबकि सिद्धदोष के लिए दो मुलाकात होती है।प्रत्येक मुलाकात में तीन लोग ही मिल सकते हैं।अपना आधार या अन्य पहचान पत्र साथ मे लाना जरूरी है। मुलाकात करने वाले व्यक्ति को मुलाकात पर्ची के साथ आधार कार्ड या अन्य कोई भी पहचान पत्र अपने साथ जरूर लाना होगा।यदि पहचान पत्र साथ नही लाते तो मुलाकात करने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जिला कारागार में बंदियों से मुलाकात करने वालों अब आप अपने घर बैठे ही मुलाकात पर्ची गूगल के माध्यम से घर बैठकर बना सकते हैं।किसी को भी कहीं भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी.