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Loksabha Session 2024: वो मंत्री जिन्होंने नहीं ली सांसद की शपथ, कौन हैं भृतहरि मेहताब जो चुने गए प्रोटेम स्पीकर?

Loksabha Session 2024: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हो गया है। शुरुआती दो दिनों तक सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। पहले दिन 280 सांसदों ने शपथ ली। बाकी के सांसद कल यानी मंगलवार को सांसद पद की शपथ लेंगे। पीएम मोदी ने सोमवार को सांसद पद की शपथ ली। पीएम मोदी ने सांसद के रूप में तीसरी बार शपथ ली है। पीएम मोदी के अलावा राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और कई सांसदों ने सांसद पद की शपथ ली। लेकिन क्या आप जानते हैं तीन ऐसे सांसद हैं जिन्होंने शपथ नहीं ली है। कांग्रेस सदस्य केसुरेश, डीएमके नेता केटी बालू और टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने सांसद पद की शपथ नहीं ली। इन तीनों सांसदों ने प्रोटेम स्पीकर के निर्वाचन पर आपत्ति जताई है।

]दरअसल संसद के लोकसभा सदन में सबसे पहले शख्स भृतहरि महताब थे, जिन्होंने प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली थी लेकिन इन तीनों सांसदों ने शपथ ग्रहण न कर प्रोटेम स्पीकर के पद का विरोध किया। आपको बता दें कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल प्रोटेम स्पीकर के चयन पर सवाल उठा रही है। विपक्षी दल का कहना है कि इस पद के लिए उनके आठ बार के सदस्य केसुरेश की अनदेखी की गई है। इंडी गठबंधन का कहना है कि वह सरकार के इस निर्णय का विरोध करती है इसलिए के सुरेश, बालू और बंदोपाध्याय पैनल में शामिल नहीं होंगे। आपको बता दें कि सदन में कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी संविधान की कॉपी लेकर पहुंचे। उन्होंने सदन के बाहर संविधान की कॉपी लेकर मार्च भी किया। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने bjp सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “देश में अभी आपातकाल लगा हुआ है, वो भी बिना घोषणा के, लोकतांत्रिक परंपराओं को खत्म किया जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि “हमने संविधान को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की थी लेकिन पीएम मोदी ने संविधान को तोड़ने का काम किया है।” उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन इसलिए किया जा रहा है ताकि हम सरकार का विरोध करें।

आखिर प्रोटेम स्पीकर क्या होता है?

 प्रोटेम लैटिन शब्द प्रो टैम्पर से आया है। इसका हिंदी में अर्थ होता है कुछ समय के लिए। प्रोटेम स्पीकर अस्थायी स्पीकर होता है। प्रोटेम स्पीकर को चुनना सत्ता पक्ष के हाथों में होता है। लोकसभा या विधानसभा चुनाव होने के बाद सदन को चलाने के लिए अस्थायी स्पीकर का चुनाव होता है जिसे प्रोटेम स्पीकर कहते हैं। प्रोटेम स्पीकर का मुख्य काम निर्वाचित सांसदों को शपथ ग्रहण करवाना होता है। हालांकि आपको बता दें कि संविधान में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति, काम और ताकत के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।

कौन हैं प्रोटेम स्पीकर भृतहरि महताब?

भृतहरि महताब उड़ीसा के दिग्गज नेता हैं। वह लगातार 7 बार के सांसद भी हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भृतहरि मेहताब को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इसके बाद मेहताब ने पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और अमित शाह को शपथ दिलाई। प्रारंभिक जीवन भृतहरि महताब उड़ीसा के बड़े सियासी खानदान से आते हैं। उनके पिता हरेकृष्ण महताब उड़ीसा के पहले मुख्यमंत्री थे। भृतहरि महताब का जन्म 1957 में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई भद्रक में की। इसके बाद वह ग्रेजुएशन और मास्टर्स के लिए उत्कल युनिवर्सिटी गए जहां उन्होंने इंग्लिश में मास्टर्स की डिग्री हासिल की। मेहताब अखबार उड़िया दैनिक द प्रजातंत्र के मालिक और संपादक हैं जिसकी स्थापना उनके पिता ने की थी। सियासी सफर महताब उड़ीसा के कटक सीट से लगातार 7 बार के सांसद हैं। 24 लोकसभा से पहले वह बीजेडी का हिस्सा थे। वह BJD से ही 7 बार सांसद चुने गए। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने बीजेडी से इस्तीफा दे दिया और BJP से जुड़ गए। 2024 लोकसभा चुनाव में वह एक बार फिर कटक सीट से उतरे और लगातार 7वी बार जीत दर्ज की।

बता दें कि अंतिम कार्यकाल में भृतहरि मेहताब के पास कई बड़े पद थे। मेहताब कपड़ा, श्रम और कौशल विकास संबंधी स्थाई समिति का कार्यभार संभाल रहे थे। साथ ही वह लोक लेखा समिति के सदस्य भी थे। अब वह प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किए गए हैं।

Pooja Bharti

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