Lucknow News: लखनऊ में खनन से बने तालाब में डूबे तीन छात्र, दो की दर्दनाक मौत
Three students drown in mining pond in Lucknow, two die tragically
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttrapradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें तीन छात्र तालाब में डूब गए। यह तालाब खनन की गई जमीन पर बना था, जहां कोचिंग (Coaching) पढ़ने गए तीन छात्रों ने नहाने का निर्णय किया। दुर्भाग्य से, इस हादसे में दो छात्रों की मौत(Death)हो गई, जबकि एक छात्र (Students) ने किसी तरह अपनी जान बचाई।
घटना का विवरण
घटना उस समय की है जब विष्णुनगर के रहने वाले मनमोहन के बेटे दुर्गेश और मुरली विहार के निवासी मनोज के बेटे मानस, जो कि नौवीं कक्षा के छात्र थे, अपने एक अन्य दोस्त के साथ कोचिंग पढ़ने (Coaching) गए थे। कोचिंग के बाद, तीनों छात्रों ने पास के तालाब में नहाने का विचार किया, जो खनन के बाद प्राकृतिक जल से भर गया था। तालाब में नहाते समय, दुर्गेश और मानस गहरे पानी में डूब गए। तीसरा छात्र किसी तरह खुद को सुरक्षित निकालने में सफल रहा और तुरंत अपने घर जाकर इस दुर्घटना (Accident) की सूचना दी।
स्थानीय लोगों का विरोध
जैसे ही घटना की जानकारी इलाके में फैली, स्थानीय ग्रामीणों का एक बड़ा समूह मौके पर जमा हो गया। ग्रामीणों ने इस हादसे के लिए अवैध खनन को जिम्मेदार ठहराया, जिसके कारण यह तालाब बना। ग्रामीणों का कहना था कि यदि यहां खनन न किया गया होता, तो ऐसी दुखद घटना घटित नहीं होती। क्षेत्र में कई अन्य जगहों पर भी खनन किया गया है, जिससे जलाशय बन गए हैं, और यह दुर्घटना ऐसे ही एक खनन स्थल पर हुई। ग्रामीणों ने प्रशासन से इन खनन स्थलों की जांच करने और भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
रेस्क्यू ऑपरेशन और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद, पुलिस और दमकल विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन(Rescue Operation) के लिए एसडीआरएफ (SDRF) (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और गोताखोरों की मदद ली गई। करीब चार घंटे के लंबे खोज अभियान के बाद दुर्गेश और मानस के शवों को तालाब से बरामद किया गया। इस दौरान तालाब के किनारे पर जमा ग्रामीण और परिजन दर्दनाक घटना से शोक में डूबे हुए थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस हादसे पर डीसीपी दक्षिण केशव कुमार ने जानकारी दी कि विष्णुनगर निवासी दुर्गेश और मुरली विहार निवासी मानस दोनों नौवीं कक्षा के छात्र थे। दोनों बच्चे अपने तीसरे दोस्त के साथ कोचिंग से लौटने के बाद तालाब में नहाने गए थे, जहाँ यह दुखद हादसा हुआ। फिलहाल पुलिस इस हादसे की जांच कर रही है और अवैध खनन के पहलू की भी समीक्षा की जा रही है।
सुरक्षा उपायों की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय लोग बेहद नाराज हैं और प्रशासन से अवैध खनन के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि खनन के बाद छोड़ी गई जमीनों पर जलभराव हो जाता है, जिससे तालाब बन जाते हैं और यह लोगों, विशेषकर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया कि इन खनन स्थलों की सुरक्षा के लिए बाड़बंदी की जाए और चेतावनी संकेत लगाए जाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।