पश्चिम बंगाल से टीएमसी नेता की हत्या होने की खबर सामने आ रही है। मारे गए तृणमूल नेता की पहचान आमोद अली विश्वास के रूप में की गई है। ये घटना नदिया के हंसखली थाना क्षेत्र के रामनगर बड़ा चौपडिया की बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि, टीएमसी नेता बिस्वास बाजार में एक चाय की दुकान पर बैठे थे। इस दौरान कुछ लोग वहां आए और उन्हें बाहर बुलाया। इतने में बिस्वास जैसे ही बाहर निकलें उनके ताबड़तोड़ गोलियों की बरसात कर दी सूत्रों के अनुसार हत्या करने आए बदमाश चेहरे पर कपड़ा बांधे हुए थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच शुरू कर दी है। टीएमसी नेता की हत्या से पश्चिम बंगाल महौल काफी सवेंदनशील हो चुका है । हत्या के बाद से पुलिस प्रशासन ने घटना स्थल के पास भारी तादाद में पुलिस बल को मुस्तैद कर दिया है।
घटना के पीछे किसी तरह की राजनीतिक साजिश की आशंका की भी जांच की जा रही है। दिनदहाड़े टीएमसी नेता की हत्या हो जाने के बाद से तमाम सवाल उठने लगे है। अमोद अली की हत्या ने सियासी दल शक के गेरे में ला दिया है। राज्य में पंचायत चुनाव करीब आने के साथ ही राज्य में हिंसा की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है. तृणमूल नेता की दिनदहाड़े हत्या से राज्य में कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
तो इसी बीच टीएमसी (TMC) नेता अमोद अली की हत्या होने बाद सांसद ने गुस्सा जाहिर किया है।घटना को लेकर टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा, कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों को सजा मिलेगी. पंचायत चुनाव आते ही विपक्ष भड़काऊ बयान देने लगा है। भाड़े के हत्यारे लाए जा रहे हैं। विपक्ष बंगाल को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। यह शांति का बंगाल है। जो बंगाल को अशांत करने की कोशिश कर रहे हैं, जनता उन्हें फेंक देगी।