मेरठ। थाना पल्लवपुरम में रहने वाले एक चिकित्सक के घर में घुसकर जान लेवा हमला करने के आरोप में महिला वकील दीप्ति चौधरी और उसके साथी चीनू उर्फ सुमित चौधरी को अदालत के आदेश पर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। इन दोनो पर एक वरिष्ठ अधिवक्ता के चैंबर में घुसकर उनके साथ मारपीट करने का भी आरोप है। दीप्ति चौधरी व उसके साथी चीनू उर्फ सुमित चौधरी के खिलाफ पीड़ित अधिवक्ता ने भी थाना सिविल लाइन में मारपीट और लूट का मामला दर्ज कराया था।
पल्लवपुरम के रहने वाले डॉ पीवी सिंह निवासी सनसिटी थाना पल्लवपुरम मेरठ ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी बहन डॉक्टर श्वेता चौहान का अपने पति अपूर्व सांगवान निवासी यमुनानगर हरियाणा से विवाद चल रहा है। 29 अगस्त 22 को एडवोकेट दीप्ति चौधरी उसका साथी चीनू तथा अपूर्व सांगवान रात को 10 बजे सनसिटी में उनके घर पर आए। इस दौरान उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। शोर शराबा सुनकर कॉलोनी के लोगों ने उन्हें बचाया। दीप्ति चौधरी व उसके साथी चीनू उर्फ सुमित को मौके पर पकड़ लिया तथा अपूर्व भीड़ का फायदा उठाकर भाग गया था।
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इसके अलावा कचहरी में प्रैक्टिस करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद चौधरी ने थाना सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सोमवार शाम को वे अपने चेंबर में बैठे थे, तभी दीप्ति चौधरी अपने साथी चीनू उर्फ सुमित के साथ उनके चेंबर पर पहुंची और आते ही उन्होने उनके साथ मारपीट शुरु कर दी और उनके पैसे लूट लिये। महिला अधिवक्ता ने इसका वीडियो भी बनाया और इसको सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
थाना पल्लवपुरम पुलिस ने जब वकील दीप्ति चौधरी और उसके साथी चीनू उर्फ सुमित को कोर्ट में पेश किया तो वहां सौ से ज्यादा वकीलों की भीड़ थी। उन सभी में इस बात को लेकर आक्रोश था कि सुमित ने उनके वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ मारपीट की है। इन गुस्साए वकीलों ने दोनों को पीटने की कोशिश की, जिससे अधिवक्ताओं की पुलिस से भी धक्का मुक्की हुई। लेकिन पुलिस दोनों को सुरक्षित कोर्ट परिसर से निकाल कर जेल भिजवाने में कामयाब रही।
मेरठ में 4 साल पहले ब्लैक पेपर होटल में महिला अधिवक्ता दीप्ति चौधरी एक दरोगा के साथ खाना खाने गयी थी और वहां की किसी बात के लेकर हंगामा करके मारपीट करने को लेकर वह ख़ासी चर्चा में आयी थी।