पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को एक प्रेस वार्ता के दौरान सीबीआई के लिए धमकाने की भाषा बोलना महंगा पड़ सकता है। सीबीआई इस मामले में कानूनी विशेषज्ञों के सलाह मशवरा करके तेजस्वी के खिलाफ अधिकारियों को दबाव में लेने की धाराओं सहित कई दूसरी धाराओं में मामला दर्ज कर उप मुख्यमंत्री पर शिकंजा कस सकती है।
सीबीआई के आला अफसरों ने नौकरी के बदले जमीन लेने के प्रकरण के अपने जांच अधिकारी की कार को ट्रक से टक्कर मारकर सीबीआई अफसर को जानमाल की हानि पहुंचाने के प्रयास किये जाने का घटना के बाद तेजस्वी यादव के उस बयान को गंभीरता लिया है, जिसमें उन्होने रिटायर्ड होने पर सीबीआई के अधिकारियों को देख लेने की धमकी दी थी।
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बता दें कि तेजस्वी यादव ने पत्रकारों के बातचीत में कहा था कि सीबीआई के अधिकारी उन्हें कब तक परेशान करेंगे, जब वे रिटायर्ड हो जाएंगे तो उनसे सारा हिसाब कर लिया जाएगा। तेजस्वी के इस बयान के सीधा-सीधा सीबीआई पर दबाब बनाने और बिहार में रेल भर्ती घोटोले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों को सीधे तौर पर धमकाना माना जा रहा है। सीबीआई के अफसरों द्वारा जल्द ही तेजस्वी पर शिकंजा कसें, तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए।