मुंबई। महाराष्ट्र के जालना में एक उद्योगपति के कई ठिकानों पर आयकर विभाग (आईटी) छापेमारी में इतनी भारी मात्रा में नकदी मिली कि नोटों की गड्डियों को देखकर अधिकारियों के होश उड़ गये। इस नकदी को गिनने के लिए कैश काउंटिंग मशीनों को ही 13 घंटे का समय लगा। आयकर अधिकारियों को छापेमारी, 58 करोड़ कैश, 32 किलो, सोना, हीरे मोती के दाने, 300 करोड़ की बेनामी सपंत्ति संबंधी दस्तावेज बरामद किये गये हैं।
आयकर विभाग ने करीब एक सप्ताह तक छापेमारी की और शहर के एक उद्यमी की चार स्टील कंपनियों में भी छापेमारी हुई थी। आयकर विभाग ने कुल मिलाकर करीब 390 करोड़ रुपये की सम्पत्ति जब्त करने की कार्रवाई की है। हालांकि आयकर विभाग ने अभी तक इस उद्योगपति का नाम सार्वजिनक नहीं किया है। आईटी टीम के आला अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस संबंध में पूरा विवरण उपलब्ध मीडिया को उपलब्ध करा दी जाएगी।
यह भी पढेंःराखी बांधने के लिए इतने घंटे है शुभ मुहूर्त, जानें कब है रक्षाबंधन 11 या 12 अगस्त को
आयकर विभाग के सूत्रों का कहना कि आईटी की पांच टीमों ने एक उद्योगपति के विभिन्न ठिकानों पर 1 अगस्त से 8 अगस्त तक छापेमारी हुई। इन टीमों में आयकर विभाग के 250 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। यह उद्योगपति स्टील, कपड़ा व्यवसाय के साथ-साथ रियल एस्टेट डवलेपर के कारोबार से भी जुड़ा हुआ है।
आईटी के अधिकारियों को चार स्टील कंपनियों के लेन-देन में भारी अनियमितता की शिकायत मिली थी। अधिकारियों ने इस शिकायत पर जब छापेमारी की तो उद्यमी के घर व कंपनी से कुछ खास हासिल नहीं हो सका, लेकिन उसके शहर से बाहर फार्म हाउस पर हुई छापेमारी में भारी नकदी, आभूषण, हीरे-मोती के दाने व तमाम बेनामी सम्पत्ति संबंधी दस्तावेज बरामद हुए।
सूत्रों का दावा किया कि फार्म हाउस से बरामद नकदी को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में लाकर गिनती नोटों की गिनती की गयी। नोटो की गिनती सुबह 11 बजे से रात के 1 बजे तक जारी रही थी। इस दौरान न केवल अधिकारी कैश गिनते-गिनते थक गये, बल्कि नोटों को गिनने वाली मशीनें तक गर्म हो जाने तक उन्हें भी बीच-बीच में बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।