The Kashmir Files Controversy: फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर मचा बवाल, IFFI के जूरी हेड ने फिल्म को बताया ‘वल्गर और प्रोपगैंडा’
उन्होने ये बात (The Kashmir Files Controversy) गोवा में हो रहे 53वें फिल्म फेस्टीवल के समापन के दौरान कही थी और उस वक्त वहां केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से लेकर कई बड़ें नेता भी मौजूद थें।
नई दिल्ली: फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files Controversy) एक बार फिर से सुर्खियों में बनी हुई है। फिल्म को लेकर हर जगह चर्चा हो रही है और इसका कारण IFFI यानि इंडियन फिल्म फेस्टीवल ऑफ इंडिया के जूरी हैड नदव लैविड का फिल्म को लेकर बयान है। नदव ने फिल्म की आलोचना करते हुए इसे ‘वल्गर और प्रोपगैंडा’ बताया है। उन्होने ये बात (The Kashmir Files Controversy) गोवा में हो रहे 53वें फिल्म फेस्टीवल के समापन के दौरान कही थी और उस वक्त वहां केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से लेकर कई बड़ें नेता भी मौजूद थें।
IFFI के जूरी नदव ने कही ये बड़ी बात
नदव लैपिड 53वें फिल्म फेस्टीवल के लिए गोवा में मौजूद थें “जहां उन्होने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को वल्गर और प्रोपगैंडा वाली फिल्म बताया है। इसके अलावा उन्होने कहा कि इस फिल्म को देखकर हम डिस्टर्ब और शॉक्ड थें। फिल्म फेस्टीवल जैसी जगहों पर ये फिल्म सही नही है। मै इस प्लेटफार्म और मंच के द्वारा अपनी फिलिग्स को शेयर कर रहा हूं क्योकि ये मंच इसी चीज़ के लिए है कि अगर हम आलोचना करें तो उसे स्वीकार कर उसपर चर्चा हो सके। इस इवेंट में द कश्मीर फाइल्स को देखकर सभी लोग परेशान हैं और ये हैरान करने वाली मूवी है।”
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फिल्ममेकर सहित इन लोगों ने दी प्रतिक्रिया
द कश्मीर फाइल्स के मेन लीड अनुपम खेर ने फिल्म के ऊपर दिए गए इस विवादित बयान पर अब बड़ी बात रही है। उन्होने ट्वीट करते हुए कहा है कि “झूठ ता कद कितना ऊंचा क्यों ना हो, सत्य के मुकाबले हमेशा छोटा ही होता है”।
अनुपम खेर के अलावा फिल्ममेकर अशोक पंडित ने भी इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय की ओर से नदव लैपिड को IFFI का चीफ ज्यूरी बनाना ही सबसे बड़ी गलती थी। मिनिस्ट्री में जिन लोगों से भी ये चूक हुई है, जो भी इसके ज़िम्मेदार हैं उनके खिलाफ कड़ी कारवाई होनी चाहिए। फिलीस्तीन के हमदर्द से इसके अलावा क्या ही उम्मीद की जा सकती है?