UKD’s win in Kedarnath: केदारनाथ उपचुनाव में यूकेडी की ताल, आशुतोष भंडारी को दिया टिकट
UKD's vote in Kedarnath by-election, ticket given to Ashutosh Bhandari
UKD’s win in Kedarnath: उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने केदारनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। शनिवार, 26 अक्टूबर को देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में यूकेडी ने आधिकारिक रूप से आशुतोष भंडारी को उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का ऐलान किया। दिलचस्प बात यह है कि जहां यूकेडी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस ने अब तक अपने उम्मीदवारों का चयन नहीं किया है। यह उपचुनाव 20 नवंबर को होगा, और इसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
यूकेडी ने किया प्रत्याशी का ऐलान
यूकेडी के कार्यकारी अध्यक्ष आनंद प्रकाश जुयाल ने प्रेस वार्ता में घोषणा की कि आशुतोष भंडारी, जो रुद्रप्रयाग के बीरोंदेवल गांव से हैं, यूकेडी के प्रत्याशी होंगे। आशुतोष भंडारी दिवंगत वीर सिंह भंडारी के बेटे हैं और उन्होंने होम्योपैथी चिकित्सा में पांच और आधे वर्ष की डिग्री हासिल की है। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में सेवा दी है, और कोविड-19 महामारी के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी का अनुभव करते हुए जनता की सेवा का निर्णय लिया। जुयाल ने बताया कि भंडारी ने कोविड काल में रुद्रप्रयाग के होम्योपैथी अस्पताल में बिना वेतन के काम किया, जो उनके सेवा-भाव को दर्शाता है।
जनहित के मुद्दों को उठाएगा यूकेडी
यूकेडी ने अपनी चुनावी रणनीति में पहाड़ विरोधी नीतियों, मंदाकिनी नदी में अवैध खनन, रुद्रप्रयाग से दिल्ली में शिला ले जाने, और हेलीकॉप्टर सेवाओं में कंपनियों के साथ सरकार की कथित मनमानी जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की बात कही है। पार्टी के अनुसार, इन मुद्दों ने जनता को प्रभावित किया है, और यूकेडी इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी। यूकेडी ने जोर देकर कहा कि पार्टी पूरे जोश और प्रतिबद्धता के साथ केदारनाथ विधानसभा सीट का उपचुनाव लड़ने जा रही है।
बीजेपी और कांग्रेस में प्रत्याशी की घोषणा पर असमंजस
केदारनाथ उपचुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस में प्रत्याशी की घोषणा को लेकर असमंजस बरकरार है। 20 नवंबर को मतदान होना है, और ऐसे में अब तक उम्मीदवार का ऐलान न करना इन दलों के लिए चिंता का विषय बन सकता है। यूकेडी की ओर से उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा ने उन्हें इस चुनाव में एक बढ़त दी है, जो कि दोनों प्रमुख पार्टियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
चुनाव का महत्व
केदारनाथ उपचुनाव का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है, जब उत्तराखंड की राजनीति में बदलाव का दौर चल रहा है। जनता के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी, रोजगार, अवैध खनन और सरकारी नीतियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। यूकेडी का दावा है कि वे इन मुद्दों पर सटीकता के साथ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं और जनता के हितों की रक्षा के लिए तत्पर हैं