UP Ghaziabad News: गाजियाबाद में छठ महापर्व की धूमधाम! परंपरा और आस्था के संगम में डूबा पूर्वांचल समाज
UP Ghaziabad News: Chhath Mahaparva celebrated with pomp in Ghaziabad! Purvanchal society immersed in the confluence of tradition and faith
UP Ghaziabad News: पूर्वांचल की प्राचीन परंपराओं का प्रतीक और सूर्य उपासना का पावन महायज्ञ, छठ महापर्व, गाजियाबाद में भक्तिभाव के साथ आरंभ होने को तैयार है। घाटों पर जुटीं महिलाओं ने श्रद्धा और समर्पण के साथ मिट्टी से प्रतिमाएँ गढ़नी शुरू कर दी हैं। मंगलवार से चार दिवसीय इस महापर्व की शुरुआत ‘नहाए-खाए’ की पवित्र रस्म के साथ होगी।
परंपरा का जीवंत स्वरूप: इस पर्व का पहला दिन ‘नहाए-खाए’ की परंपरा से आरंभ होता है, जहाँ व्रती श्रद्धा से अरवा चावल और कद्दू की भोग प्रसादी ग्रहण करते हैं। इसके बाद दूसरे दिन ‘खरना’ की रस्म में उपवास रखकर संध्या वेला में गुड़-खीर का भोग अर्पण किया जाता है। इस व्रत का नियम है कि व्रती इस दौरान पवित्रता और सात्विकता का कठोरता से पालन करते हैं, जिससे भक्ति की शक्ति और आस्था की धारा और भी सशक्त हो जाती है।
सूर्य को अर्घ्य और आस्था का महायज्ञ: तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा, जो व्रती के संकल्प और समर्पण का प्रतीक है। अंतिम दिन उदय होते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन किया जाएगा। घाटों पर महिलाओं का मिट्टी से प्रतिमा बनाना और पूजा स्थल सजाना इस महापर्व की पवित्रता और उल्लास को और भी गहरा बनाता है।
यह महापर्व न केवल सूर्य उपासना है, बल्कि जीवन में पवित्रता, संयम और कृतज्ञता का पाठ भी है। गाजियाबाद के घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ और व्रतधारियों का अनुशासन इस पर्व की गरिमा को और अधिक ऊँचाई प्रदान कर रहा है। आस्था और परंपरा की इस अनूठी छवि को संजोते हुए गाजियाबाद के घाटों ने एक बार फिर से पूर्वांचल की संस्कृति को जीवंत कर दिया है।