UP Politics: उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल जारी, दिल्ली में आज संघ और बीजेपी नेताओं की बैठक
UP Politics: Stir continues in the politics of Uttar Pradesh, meeting of Sangh and BJP leaders in Delhi today
UP Politics: सीएम योगी आदित्यनाथ नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हैं। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं।
आपको बता दें लोकसभा चुनाव ( loksabha election) में भाजपा की हार के बाद से ही उत्तर प्रदेश में राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। पिछले कुछ दिनों से सरकार से लेकर भाजपा संगठन तक कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanth) शुक्रवार यानि आज 26 जुलाई को दिल्ली के लिए रवाना हो गए। जिसके बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narandra modi) से मिलने के अलावा भाजपा के संगठनात्मक सम्मेलन में भी शामिल हो सकते हैं। बता दें योगी के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Maurya ) भी दिल्ली पहुंच चुकें हैं। ये सभी लोग संगठन की बैठक में मौजूद रहेंगे। इन सभी संबंधों के बाद यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि BJP सरकार लोकसभा में मिली हार के बाद गंभीर संकटों का सामना कर रही है और जल्द ही कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिल्ली (Delhi) दौरे से उत्तर प्रदेश के बजट और विकास पर चर्चा तेज हो गई है, इस समय दिल्ली में BJP के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के साथ ही उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य का होना भी चर्चाओं को तेज करने का एक कारण है। दिल्ली में बीजेपी के संगठन महासचिवों के जमावड़े की तैयारी के लिए धर्मपाल सिंह पहले ही पहुंच चुके हैं।
आपको बता दें कुछ दिन पहले ही भूपेंद्र चौधरी और केशव प्रसाद मौर्य ने दिल्ली जाकर आलाकमान से मुलाकात की थी। 14 जुलाई को लखनऊ में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद अंदरूनी सियासत में हलचल बढ़ गई है। जाने-माने नेताओं के अलग-अलग विचार सामने आने लगे हैं। 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव और उसके साथ ही उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को उम्मीद है कि यह अंदरूनी विवाद सुलझ जाएगा।
2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदों के मुताबिक नहीं आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके बाद सीएम योगी ने खुद मंडलों का दौरा किया और 200 से ज्यादा सांसदों, विधान परिषद सदस्यों और विधायकों (वर्तमान और पूर्व) के साथ बैठकें कीं। इसके अलावा उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यकर्ताओं और नेताओं से भी बात की और फीडबैक लिया था.।