‘देवभूमि’ में भयंकर बारिश से त्राहिमाम-त्राहिमाम!
Uttarakhand News: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने इंसानों को दहशत में डाल दिया है। बादल फटने की वजह से केदारनाथ मार्ग पर इतनी भयंकर बारिश हुई कि केदारनाथ पैदल मार्ग का एक हिस्सा ही ध्वस्त हो गया।
जो लोग इन चट्टानों के बीच फंसे थे कुछ देर के लिए उनकी तो सांसें ही अटक गई…क्योंकि पहाड़ों से लैंडस्लाइड भी लगातार हो रहा था। भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण केदारनाथ में करीब 2000 श्रद्धालु फंस गए…जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ।
आपदा भगवान भोलेनाथ के भक्तों पर आई, इसलिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भक्तों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हेलिकॉप्टर को ही काम में लगा दिया। NDRF और SDRF की भी कई टीमें मौके पर पहुंच गई और पहाड़ी इलाकों में वैकल्पिक मार्ग बनाकर श्रद्धालुओं को बाहर निकाला। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। देवभूमि उत्तराखंड में भी तबाही की तस्वीरे कम नहीं हैं…यहां लगातार हो रही बारिश की वजह से बादल फटने और लैंडस्लाइड की तस्वीरें आई हैं। केदारनाथ के जागेश्वर धाम के पास बादल फटने के बाद सैलाब आ गया…जिसमें कई तीर्थयात्रियों के फंसने की खबर है। टिहरी के नौताड़ तोक और केदारनाथ में भारी नुकसान हुआ है।
बादल फटने से तबाही में एक होटल बहा गया…रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है हल्द्वानी में कालाढूंगी-रामनगर मार्ग बारिश की वजह से पूरी तरह बह गई..सड़क बहने की वजह से कई लोग फंसे हुए हैं। टिहरी में बादल फटने की वजह से भारी तबाही हुई है। SDRF और NDRF की टीमें रेस्क्यू में लगी हुई हैं। पहाड़ों पर बादलफाड़ तबाही जारी है।