उत्तराखंड पुलिसः थाना प्रभारी सहित दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज
अगस्त में उत्तराखंड के कोटद्वार में अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती हुई थी। सेना में भर्ती के लिए 19 साल को केदार सिंह भंडारी भी कोटद्वार आया था। लेकिन किसी कमी के चलते केदार सेना भर्ती नहीं हो सका था। इस पर वह रात को तपोवन के एक होटल में रुका था। सुबह होटल अधिकारियों ने केदार सिंह पर चोरी का आरोप लगाया था।
देहरादून। अगस्त में युवक की संदिग्ध अवस्था में मौत होने के मामले में अब कार्रवाई हुई है। युवक अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती होने आया था। कोर्ट के आदेश पर दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया गया है।
श्रीनगर के पुलिस उपाधीक्षक श्यामदत्त नौटियाल ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमें की पुष्टि की है। इस मामले में थाना लक्ष्मण झूला के थाना प्रभारी संतोष सिंह कंवर व थाना तपोवन में तैनात उप निरीक्षक आशीष कुमार नामजद आरोपी हैं। सीओ श्रीनगर का कहना है कि दोनों पुलिस वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 342 व 365 के तहत मामला दर्ज कराया गया है।
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बता दें कि अगस्त में उत्तराखंड के कोटद्वार में अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती हुई थी। सेना में भर्ती के लिए 19 साल को केदार सिंह भंडारी भी कोटद्वार आया था। लेकिन किसी कमी के चलते केदार सेना भर्ती नहीं हो सका था। इस पर वह रात को तपोवन के एक होटल में रुका था। सुबह होटल अधिकारियों ने केदार सिंह पर चोरी का आरोप लगाया था।
उत्तराखंड की तपोवन पुलिस ने केदार सिंह भंडारी को हिरासत में लिया था। लेकिन केदार पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। पुलिस के पीछा करने पर वह लक्ष्मण झूला में नदी में कूद गया था, जहां उसकी मौत हो गयी थी।
केदार सिंह भंडारी पिता ने बेटे की मौत के लिए उत्तराखंड पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होने पौड़ी गढवाल की मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में प्रार्थना पत्र दी थी। अदालत ने शनिवार को उनकी अर्जी पर सुनवाई के बाद पुलिस अधिकारियों के खिलाफ ने केस दर्ज करने आदेश दिये थे।