Uttarakhand Politics: उत्तराखंड की नौकरशाही में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया, जिसमें युवा कल्याण विभाग के निदेशक पद पर नियुक्ति की गई। इस बदलाव के तहत, सरकार ने युवा और तेज-तर्रार IAS अधिकारी प्रशांत कुमार आर्य को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही उनके पास पहले से मौजूद अन्य विभागों की जिम्मेदारियां भी बनी रहेंगी।
युवा कल्याण निदेशक पद पर हुआ बड़ा बदलाव
उत्तराखंड शासन ने शुक्रवार को युवा कल्याण निदेशक पद पर हुए इस बदलाव का आदेश जारी किया। अब इस विभाग की बागडोर IAS प्रशांत आर्य के हाथों में दी गई है। इससे पहले इस पद पर IRS अधिकारी जितेंद्र कुमार सोनकर अपनी सेवाएं दे रहे थे। सोनकर, युवा कल्याण निदेशक के साथ-साथ अपर सचिव के रूप में भी विभाग की जिम्मेदारियां संभाल रहे थे। शासन के इस नए आदेश के तहत अब उन्हें इस पद से हटा दिया गया है और यह जिम्मेदारी प्रशांत आर्य को सौंपी गई है।
सरकार ने जताया प्रशांत आर्य पर विश्वास
उत्तराखंड की सरकार ने प्रशांत आर्य के प्रशासनिक कौशल और कामकाज पर विश्वास जताते हुए उन्हें युवा कल्याण निदेशक के साथ कई अन्य प्रमुख विभागों की जिम्मेदारियां भी सौंपी हैं। प्रशांत आर्य पहले से ही बाल विकास और महिला कल्याण विभाग में अपर सचिव के रूप में कार्यरत हैं। इसके साथ ही वे समेकित बाल विकास परियोजना (ICDS), महिला कल्याण और खेल विभाग के निदेशक के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनकी कुशल कार्यशैली और प्रभावी नेतृत्व के चलते सरकार ने उन्हें यह नई जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रशांत आर्य के पास पहले से कई बड़ी जिम्मेदारियां
IAS प्रशांत आर्य के पास पहले से ही कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारियां हैं। वे गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) के प्रबंध निदेशक के पद पर भी कार्यरत हैं, जहां वे विकास कार्यों और पर्यटन के क्षेत्र में नई पहल करने में जुटे हैं। अब युवा कल्याण निदेशक का पद भी संभालने के बाद उनके पास एक साथ कई विभागों की जिम्मेदारी आ गई है, जिससे उनके प्रशासनिक कद में और भी इजाफा हुआ है।
कई विभागों की जिम्मेदारियां, बढ़ा दबाव
प्रशांत आर्य को मिले इस नए दायित्व के साथ ही उन पर काम का दबाव भी बढ़ गया है। लेकिन उनकी प्रशासनिक दक्षता को देखते हुए यह माना जा रहा है कि वे सभी विभागों को बखूबी संभालेंगे और प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। युवा कल्याण विभाग में उनके आने से उम्मीद की जा रही है कि उत्तराखंड के युवा वर्ग को नई योजनाओं और अवसरों का लाभ मिलेगा।
प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद
IAS प्रशांत आर्य की कार्यशैली और उनके अनुभव को देखते हुए सरकार ने उन पर भरोसा जताया है। उम्मीद की जा रही है कि वे अपने अनुभव और प्रशासनिक कुशलता से प्रदेश के विकास में और भी बड़ा योगदान देंगे। विशेषकर युवा कल्याण विभाग में उनके आने से युवाओं के लिए नई योजनाओं और कार्यक्रमों का मार्ग प्रशस्त होगा, जिससे प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक लाभ मिलेगा।
इस प्रकार, IAS प्रशांत आर्य के कंधों पर अब युवा कल्याण विभाग के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण विभागों की भी जिम्मेदारी है, और उनकी सफलता पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं।