उत्तराखंडः उत्तर भारत जीआई में उत्तराखंड को मिला प्रथम स्थान, वाराणसी में हुआ छह दिवसीय महोत्सव
भौगोलिक संकेतांक (जीआई) किसी भी राज्य अथवा क्षेत्र की विशेषता वाले उत्पादों को कानूनी संरक्षण प्राप्त करता है। इस साल भौगोलिक संकेतांक (जीआई) महोत्सव में उत्तराखंड के उत्पादों ने बाजी मारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है।
देहरादून। उत्तराखंड ने उत्तर भारत जीआई (भौगोलिक संकेतांक) महोत्सव में उत्तराखंड को प्रथम स्थान स्थान मिला है। इससे उत्तराखंड के उत्पादकों काफी उत्साहित हैं। छह दिवसीय उत्तर भारत भौगोलिक संकेतांक (जीआई) महोत्सव वाराणसी में हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और उत्तर प्रदेश के सहयोग से उत्तर भारत भौगोलिक संकेतांक (जीआई) महोत्सव 16 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक वाराणसी में आयोजित हुआ। इसमें उत्तर भारत के 11 राज्यों ने भाग लिया था। इस जीआई महोत्सव में 100 से अधिक उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी गयी थी।
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उत्तराखंड उद्योग निदेशक सुधीर चंद नौटियाल ने यह जानकारी दी। उन्होने बताया कि उत्तर भारत भौगोलिक संकेतांक (जीआई) महोत्सव उत्तराखंड के सभी उत्पादों को बहुत पसंद किया गया। ख़ासकर महोत्सव में उत्तराखंड की बेनानाग चाय, ऐपण और च्यूरा ऑयल खूब सराहा गया।
इनके अलावा हमारे उत्तराखंड के उत्पाद कुमायूं, च्यूरा ऑयल, मुनस्यारी राजमा, भोदिया दन, रिंगल क्रॉफ्ट, ताम्र उत्पाद, थुमवा सहित तमाम दूसरे उत्पादों की भी धूम रही।
बता दें कि भौगोलिक संकेतांक (जीआई) किसी भी राज्य अथवा क्षेत्र की विशेषता वाले उत्पादों को कानूनी संरक्षण प्राप्त करता है। इस साल भौगोलिक संकेतांक (जीआई) महोत्सव में उत्तराखंड के उत्पादों ने बाजी मारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है।
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